पटना एयरपोर्ट से छोटे विमानों की आवाजाही क्यों हो रही बंद, वंदे भारत एक्सप्रेस भी वजह
- दरअसल विमानन कंपनियों को छोटे मार्गों पर पर्याप्त संख्या में यात्री नहीं मिल रहे हैं। बुकिंग में कमी से विमान कंपनियां एटीआर से ईंधन का खर्च भी नहीं निकाल पा रही हैं। यही वजह है कि पटना एयरपोर्ट से पिछले एक साल के भीतर तीन एटीआर को बंद कर दिया गया है

पटना एयरपोर्ट से छोटे विमानों की आवाजाही धीरे-धीरे बंद होती जा रही है। पटना-अयोध्या, पटना- देवघर के बाद अब कोलकाता-पटना-कोलकाता मार्ग पर 72 सीटों वाले एटीआर को बंद कर दिया गया है। एक अप्रैल से प्रभावी नई समय सारणी में सुबह में कोलकाता से पटना के लिए उड़ान भरने वाले विमान को शामिल तो किया गया है, लेकिन विमान में बुकिंग का विकल्प नहीं है।
दरअसल लगातार घाटे की वजह से छोटे विमानों की आवाजाही को लेकर विमानन कंपनियों में विशेष दिलचस्पी नहीं है। दो दिनों से कोलकाता-पटना मार्ग पर इस विमान ने उड़ान नहीं भरा है। यात्रा के अन्य दिनों में इस विमान में बुकिंग का विकल्प नहीं है। शेड्यूल में शामिल होने के बावजूद बुकिंग का विकल्प नहीं होने से यह स्पष्ट हो गया है कि निकट भविष्य में इस मार्ग पर एटीआर की आवाजाही नहीं होगी।
दरअसल विमानन कंपनियों को छोटे मार्गों पर पर्याप्त संख्या में यात्री नहीं मिल रहे हैं। बुकिंग में कमी से विमान कंपनियां एटीआर से ईंधन का खर्च भी नहीं निकाल पा रही हैं। यही वजह है कि पटना एयरपोर्ट से पिछले एक साल के भीतर तीन एटीआर को बंद कर दिया गया है। नई समय सारणी के अनुसार अनुसार कोलकाता से पटना के लिए अब पहली फ्लाइट दिन 10 बजकर 25 मिनट पर उपलब्ध होगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन से घटा क्रेज
दरअसल वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन से यात्रियों को विभिन्न मार्गों पर यात्रा की सुगमता मिली है। पटना-लखनऊ वंदे भारत के परिचालन के बाद से पटना-अयोध्या मार्ग पर उड़ान भरने वाले विमान में यात्रियों का टोटा रहने लगा। विमान यात्रा में अधिक पैसे चुकाने के बावजूद यात्रियों का तीन से चार घंटे का समय लग जा रहा था।
ऐसे में यात्रियों ने वंदे एक्सप्रेस से सफर को बेहतर विकल्प के रूप में अपनाया। पटना-अयोध्या मार्ग पर विमान में लगातार घटती बुकिंग के बाद स्पाइस जेट ने इस मार्ग पर एक मात्र उपलब्ध एटीआर को बंद कर दिया। कमोबेस यही स्थिति पटना-देवघर मार्ग पर देखी गई। पिछले कई हफ्तों से बुकिंग में आ रही गिरावट की वजह से पटना-देवघर फ्लाइट भी बंद कर दी गई।
एटीआर की खासियत
एटीआर 72 एक ट्विन-इंजन टर्बोप्रॉप शॉर्ट-हॉल क्षेत्रीय एयरलाइनर है, जिसे विमान निर्माता एटीआर (फ्रेंच: एवियन्स डी ट्रांसपोर्ट रीजनल या इटैलियन: एरेई दा ट्रैस्पोर्टो रीजनल) ने फ्रांस और इटली में विकसित और निर्माण किया है। यह फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी एरोस्पेशियल (अब एयरबस का हिस्सा) और इतालवी विमानन समूह एरीटालिया (अब लियोनार्डो एसपीए) का संयुक्त उद्यम है।
इसके नाम में 72 संख्या विमान की 72 यात्रियों की सामान्य मानक बैठने की क्षमता से ली गई है। एटीआर 72 का उपयोग कॉर्पोरेट परिवहन, कार्गो विमान और समुद्री गश्ती विमान के रूप में भी किया गया है। छोटे रनवे पर इस विमान की लैंडिंग की सहजता की वजह से इस विमान की लोकप्रियता बढ़ी।