अडानी की इस कंपनी के प्रॉफिट में बड़ी गिरावट, हर शेयर पर ₹7.50 डिविडेंड का ऐलान
अडानी समूह की कंपनी का रेवेन्यू 12.69 प्रतिशत बढ़कर 5,991.67 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 5,316.75 करोड़ रुपये था।
ACC Q4 FY25 results: अडानी समूह की सीमेंट कंपनी एसीसी लिमिटेड ने गुरुवार को अपने मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 20.39 प्रतिशत गिर गया। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान, प्रॉफिट पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 943.34 करोड़ रुपये से घटकर 751.03 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि, अडानी समूह की कंपनी का रेवेन्यू 12.69 प्रतिशत बढ़कर 5,991.67 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 5,316.75 करोड़ रुपये था।
डिविडेंड भी देगी कंपनी
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कुल खर्च 5,514.82 करोड़ रुपये रहा, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से 13.11 प्रतिशत अधिक है। एसीसी बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) के लिए 7.50 रुपये के डिविडेंड की सिफारिश की है। कंपनी ने शुक्रवार, 13 जून, 2025 को 'रिकॉर्ड डेट' के रूप में निर्धारित किया है, ताकि कंपनी के सदस्यों को वित्त वर्ष 25 के लिए 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले प्रत्येक पूर्ण चुकता इक्विटी शेयर पर 7.50 रुपये का डिविडेंड प्राप्त करने का अधिकार तय किया जा सके। यदि शेयरधारकों द्वारा आगामी एजीएम में उक्त डिविडेंड घोषित किया जाता है, तो उसे 1 जुलाई, 2025 को या उसके बाद भुगतान किया जाएगा, जो लागू होने पर स्रोत पर कर कटौती के अधीन होगा।" इसके अलावा एसीसी ने कहा, "बोर्ड ने गुरुवार, 26 जून, 2025 को सुबह 10 बजे कंपनी की 89वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) बुलाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है।"
क्या है अन्य डिटेल
इसके अलावा, सीमेंट फर्म ने नितिन शुक्ला, संदीप सिंघी और राजीव अग्रवाल को तीन साल के दूसरे कार्यकाल के लिए स्वतंत्र निदेशक के रूप में फिर से नियुक्त किया। एसीसी के शेयरों को पिछली बार तिमाही नतीजों की घोषणा के बाद 1.42 प्रतिशत बढ़कर 2,081 रुपये पर कारोबार करते देखा गया था। शेयर एक महीने में 7.56 प्रतिशत चढ़ चुका है। तकनीकी रूप से, यह शेयर 5-दिवसीय, 10-, 20-, 30-, 50-दिवसीय और 100-दिवसीय सरल मूविंग एवरेज (एसएमए) से ऊपर कारोबार कर रहा था, लेकिन 150-दिवसीय और 200-दिवसीय एसएमए से कम था। मार्च 2025 तक प्रमोटरों के पास कंपनी में 56.69 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।