विमान हादसे से बिगड़ा निवेशकों का मूड, लगातार बेच रहे बोइंग और जीई एयरोस्पेस के शेयर
बता दें कि गुरुवार को दोपहर एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई। इसका असर बोइंग और जीई एयरोस्पेस के शेयर पर पड़ा।

बीते गुरुवार को एयर इंडिया के विमान क्रैश होने के बाद लगातार दूसरे दिन भी बोइंग के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। न्यूयॉक स्टॉक एक्सचेंज पर बोइंग के शेयर 5 फीसदी टूट गए। इससे एक दिन पहले यह शेयर 8 फीसदी से ज्यादा गिर गया। बता दें कि गुरुवार को दोपहर एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई। इसका असर बोइंग के शेयर पर पड़ा। इसके अलावा ड्रीमलाइनर के लिए इंजन की आपूर्ति करने वाली जीई एयरोस्पेस के शेयर को भी बेचने की होड़ मची हुई है। जीई एयरोस्पेस के शेयर भी 3 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं।
बोइंग के ड्रीमलाइनर विमान
लंबी दूरी की उड़ानों के लिए उपयोगी माने जाने वाले बोइंग के ड्रीमलाइनर विमानों ने 14 वर्ष पहले उड़ान भरी थी और फिलहाल 1,100 से अधिक ऐसे विमानों का संचालन किया जा रहा है। फिलहाल एयर इंडिया और इंडिगो दो भारतीय एयरलाइंस हैं जो बी787 विमानों का संचालन कर रही हैं। एयर इंडिया के बेड़े में 34 बी787 में से 27 बी787-8 पुराने विमान हैं। जुलाई में पुराने बी787-8 में से पहले विमान को ‘रेट्रोफिट’ के लिए भेजा जाएगा। पिछले साल विस्तारा के साथ विलय के बाद शेष सात बी 787-9 विमान एयर इंडिया के बेड़े में शामिल हुए।
सबसे अधिक बिकने वाला बड़े आकार का विमान
हाल के वर्षों में कई चुनौतियों का सामना करने वाली बोइंग के अनुसार बी787 अब तक का सबसे ज्यादा बिकने वाला बड़े आकार का यात्री विमान है। ड्रीमलाइनर तीन मॉडल में आते हैं - 787-8, 787-9 और 787-10। इनमें से 787-8 की रेंज 13,530 किलोमीटर तक है। बोइंग की वेबसाइट के अनुसार, विमान की लंबाई 57 मीटर, ऊंचाई 17 मीटर तथा पंखों का फैलाव 60 मीटर है। वेबसाइट के अनुसार, ड्रीमलाइनर बेड़े ने 14 वर्षों से भी कम समय में एक अरब से अधिक यात्रियों को यात्रा कराई है, जो विमानन इतिहास में इस प्रकार के किसी भी अन्य विमान की तुलना में अधिक तेज है। वेबसाइट के मुताबिक इसकी हल्की और मजबूत संरचना की वजह से दूसरे विमानों की तुलना में 25 प्रतिशत तक ईंधन की बचत होती है।