अमेरिकी बाजार में हाहाकार, बड़े-बड़े शेयर धड़ाम, अब कल भारतीय बाजार पर नजर, निवेशकों में डर
- Stock Market Today: भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सोमवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में गिरावट रही। कारोबार के अंतिम घंटे में बीएसई सेंसेक्स 217 अंक टूट गया था।

Stock Market Today: भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सोमवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में गिरावट रही। कारोबार के अंतिम घंटे में बीएसई सेंसेक्स 217 अंक टूट गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 92.20 अंक यानी 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,460.30 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, अब कल मंगलवार को शेयर बाजार किस करवट लेगा यह देखना अहम रहने वाला है, क्योंकि आज अमेरिकी मार्केट में भारी गिरावट देखी गई। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 552 अंक या 1.3% की गिरावट आई। एसएंडपी 500 में 2.3% की गिरावट आई और नैस्डैक कंपोजिट में 3.6% की गिरावट आई। 500-स्टॉक एसएंडपी और टेक-हैवी नैस्डैक दोनों सितंबर 2024 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर आ गए।
टेस्ला से लेकर ऐपल तक के शेयर क्रैश
बड़ी टेक कंपनियों के शेयरों में बिकवाली जारी रही। टेस्ला के शेयर में सोमवार 10% तक की गिरावट आई। अन्य मैग्निफिसेंट सेवन स्टॉक- ऐपल, माइक्रोसॉफ्ट, अल्फाबेट, अमेजन डॉट कॉम, एनवीडिया और मेटा प्लेटफॉर्म्स के शेयरों में 4% तक की गिरावट आई। बता दें कि शेयरों में इस गिरावट के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का एक बयान है। दरअसल, बीते दिनों राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यू.एस. टैरिफ़ लागू किए जाने के साथ मंदी की संभावना जताई है। डोनाल्ड ट्रम्प की टिप्पणियों ने आशंका जताई कि ट्रेड वार आर्थिक मंदी को जन्म दे सकता है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें 2025 में मंदी की उम्मीद है, ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज चैनल से कहा: “मुझे ऐसी चीजों की भविष्यवाणी करना पसंद नहीं है। हम अमेरिका में फंड वापस ला रहे हैं। यह एक बड़ी बात है।”
एक्सपर्ट की राय
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियां बाजार धारणा को प्रभावित कर रही हैं। अमेरिका में बेरोजगारी दर और शुल्क दर में वृद्धि ने अनिश्चितता को जन्म दिया है। यह दर्शाता है कि निकट भविष्य में अस्थिरता बनी रहेगी।’’ नायर ने कहा कि घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़े निवेशकों को अल्पावधि में सावधानी के साथ कम मूल्यांकन वाले शेयरों की खरीद शुरू करने के लिए अनुकूल बना रहे हैं, जबकि दीर्घावधि आकर्षक लग रही है। स्टॉक्सबॉक्स के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक अमेय रणदिवे ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से अमेरिकी शुल्क दर को लेकर अनिश्चितता और विदेशी बाजारों में बिकवाली की चिंताओं के कारण सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हुई।’’ मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘रुपये में तेज गिरावट और विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी में कमी आने के कोई संकेत नहीं दिखने के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।’’ इस बीच, शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,035.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,320.36 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
(एजेंसी इनपुट के साथ)