₹12500 करोड़ के IPO की आहट से चमके HDFC Bank के शेयर, जून के अंत में दस्तक दे सकता है आईपीओ
रिपोर्ट्स के अनुसार बैंक की सब्सिडियरी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) का आईपीओ जून के अंत में आ सकता है। इस आईपीओ का साइज 12,500 करोड़ रुपये का हो सकता है।

IPO News: आईपीओ की आहट से आज एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank Ltd) के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली। सोमवार को यह स्टॉक 1 प्रतिशत चढ़ गया। रिपोर्ट्स के अनुसार बैंक की सब्सिडियरी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) का आईपीओ जून के अंत में आ सकता है। इस आईपीओ का साइज 12,500 करोड़ रुपये का हो सकता है।
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट्स के अनुसार एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का आईपीओ एंकर निवेशकों के लिए 24 जून को खुल सकता है। वहीं, रिटेल निवेशक 25 जून से 27 जून के बीच दांव लगा सकते हैं। बता दें, इस महीने की शुरुआथ में सेबी की तरफ से एचडीबी फाइनेंशिल सर्विसेज को 12,500 करोड़ के आईपीओ लाने की मंजूरी मिल गई थी। यह देश का सबसे बड़ा एनबीएफसी आईपीओ है।
कैसा हो सकता है आईपीओ?
आईपीओ में 2500 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फ्रेश इश्यू के तहत जारी किए जा सकते हैं। वहीं, 10000 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फार सेल के तहत जारी किए जा सकते हैं। यह बिक्री एचडीएफसी बैंक की तरफ से की जा सकती है। पैंरेंट कंपनी एचडीएफसी बैंक की हिस्सेदारी इस एनबीएफसी में 94.30 प्रतिशत की है। बता दें, रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार सभी एनबीएफसी की लिस्टिंग अनिवार्य है। इस कैटगरी में क्लासीफाइड होने के 3 साल के अंदर लिस्टिंग होना चाहिए।
इसके अलावा आरबीआई के 2024 के ड्राफ्ट सर्कुलर के अनुसार एक जैसे बिजनेस के नियमों के टकराव की वजह से या तो एचडीएफसी बैंक को अपनी हिस्सेदारी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में से 20 प्रतिशत कम करना होगा। या फिर इन दोनों बिजनेसेज़ को मर्द करना होगा।
एचडीएफसी बैंक के शेयरों को लेकर ब्रोकरेज हाउस बुलिश
सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के अनुसार ब्रोकरेज हाउस जेफरिज ने एचडीएफसी बैंक को BUY टैग दिया है। ब्रोकरेज हाउस ने 2380 रुपये का टारगेट प्राइस सेट किया है। एचडीएफसी बैंक के शेयरों की कीमतों में इस साल 9 प्रतिशत की तेजी आई है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरों को खरीदने और बेचने की सलाह नहीं देता है।)