बाजार में तूफानी रफ्तार के बीच रॉकेट बना यह एनर्जी शेयर, ₹59 के पार पहुंचा भाव, लगातार तेजी
- Energy stock- कंपनी के शेयर में पिछले कुछ हफ्तों में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है। मार्च से अब तक शेयर में 20 प्रतिशत की उछाल आई है, मार्च में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद अप्रैल में अब तक 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

Suzlon Energy share: शेयर बाजार में तूफानी तेजी के बीच सुजलॉन एनर्जी के शेयर में बंपर तेजी देखी गई। कंपनी के शेयर आज सोमवार को कारोबार के दौरान 8.3% तक चढ़ गए और 59.70 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे। इसका पिछला बंद प्राइस 55.08 रुपये है। इससे पहले भी इसमें तेजी देखी गई थी। लगातार दो दिन की तेजी के पीछे एक बड़ा ऑर्डर है। इसके अलावा न्यू एवं रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा घोषित नए ढांचे के तहत निकट से मिड अवधि में बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए रिन्यूएबल एनर्जी प्लेयर का हवाला दिया गया है। एमएनआरई ने पवन टर्बाइन के मॉडलों और निर्माताओं (आरएलएमएम) की संशोधित सूची में पवन टर्बाइन मॉडलों को शामिल करने/अपडेट करने की प्रक्रिया में संशोधन का प्रस्ताव करते हुए एक मसौदा अधिसूचना जारी की। इस खबर के बाद विंड एनर्जी कंपनी के शेयरों तेजी है। सुजलॉन के अलावा आइनॉक्स विंड के शेयर में भी 3% से अधिक की तेजी है और यह 167.69 रुपये पर पहुंच गया था।
क्या है डिटेल
मार्च से अब तक शेयर में 20 प्रतिशत की उछाल आई है, मार्च में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद अप्रैल में अब तक 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल के दौरान शेयर में 51 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, जो 12 सितंबर को ₹86.04 के 52-सप्ताह के हाई लेवल और 13 मई को ₹37.95 के 52-सप्ताह के लो लेवल पर पहुंच गया था। बता दें कि इससे पहले कंपनी ने बताया था कि उसे सनश्योर एनर्जी से 100.8 मेगावाट ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) विंड एनर्जी ऑर्डर मिला है।सुजलॉन एनर्जी शेयर में पिछले कुछ हफ्तों में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है। 17 अप्रैल को एक एक्सचेंज फाइलिंग में, सुजलॉन ने कहा कि उसे सनश्योर एनर्जी से 100.8 मेगावाट ईपीसी पवन ऊर्जा ऑर्डर मिला है, जो पवन ऊर्जा में उसका पहला कदम है। इस परियोजना को महाराष्ट्र के जथ क्षेत्र में क्रियान्वित किया जाना है।
रिटेल निवेशक भी फिदा
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, रिटेल निवेशकों के पास अब सुजलॉन एनर्जी में 25.12 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो दिसंबर तिमाही के अंत में 24.49 प्रतिशत से अधिक है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सुजलॉन एनर्जी में अपनी हिस्सेदारी लगभग 23 प्रतिशत पर बनाए रखी। हालांकि, भारत में घरेलू म्यूचुअल फंड ने मार्च तिमाही के दौरान कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 4.17 प्रतिशत कर दी, जो दिसंबर में 4.44 प्रतिशत थी।