8 दिन से इस शेयर को बेचने की होड़, लगातार लग रहा लोअर सर्किट, ₹111 पर आया भाव
- जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर में लगातार भारी गिरावट देखी जा रही है। कंपनी के शेयर में आज 8वें कारोबारी दिन में लोअर सर्किट लगा। इसी के साथ यह शेयर 111.65 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गए थे। यह इसका 52 वीक का नया लो प्राइस भी है।

Gensol Engineering share: जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर में लगातार भारी गिरावट देखी जा रही है। कंपनी के शेयर में आज 8वें कारोबारी दिन में लोअर सर्किट लगा। इसी के साथ यह शेयर 111.65 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गए थे। यह इसका 52 वीक का नया लो प्राइस भी है। बता दें कि कंपनी के शेयरों में इस गिरावट के पीछे लगातार आ रही निगेटिव खबरें हैं। दरअसल, पिछले सप्ताह मंगलवार को अपने अंतरिम आदेश के जरिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने भाइयों- अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को अगले आदेश तक प्रतिभूति बाजार में प्रवेश करने से रोक दिया था।
क्या है डिटेल
यह एक्शन सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग से ऋण राशि को निजी उपयोग के लिए निकालने के आरोपों के बीच की गई है, जिससे कॉरपोरेट प्रशासन और वित्तीय कदाचार पर चिंताएं बढ़ गई हैं। हाल ही में सेबी ने जेनसोल इंजीनियरिंग को 1:10 के अनुपात में शेयर विभाजन की अपनी योजना को स्थगित करने का निर्देश दिया। बता दें कि जून, 2024 में सेबी को शेयर की कीमत में हेरफेर और जेनसोल से धन की हेराफेरी से संबंधित शिकायत मिली और उसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई थी।
सेबी ने कहा रविवार को एक रिपोर्ट में कहा कि जब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के एक अधिकारी ने पुणे स्थित जेनसोल इंजीनियरिंग के इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) संयंत्र का दौरा किया तो उसे ‘कोई विनिर्माण गतिविधि’ देखने नहीं मिली और वहां केवल दो-तीन मजदूर मौजूद थे। ये खुलासे जून, 2024 में प्राप्त एक शिकायत के बाद 15 अप्रैल को जारी किए गए बाजार नियामक सेबी के अंतरिम आदेश का हिस्सा थे, जिसमें जेनसोल के शेयर मूल्य में हेरफेर और फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया था। अपने आदेश में, सेबी ने भाइयों- अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी द्वारा प्रवर्तित कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग द्वारा निवेशकों के लिए विसंगतियों के साथ-साथ भ्रामक खुलासे भी पाए। एनएसई द्वारा की गई जांच से एक खुलासा हुआ, जिसमें पुणे के चाकन में जेनसोल के ईवी संयंत्र - जेनसोल इलेक्ट्रिक व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड में विनिर्माण गतिविधियों में कमी का पता चला।
(एजेंसी इनपुट के साथ)