खत्म होने वाला है ओयो IPO का इंतजार, सॉफ्टबैंक के साथ 5 निवेश बैंक करेंगे बैठक
आपको बता दें कि जापानी समूह सॉफ्टबैंक, ओयो के सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक है। इसलिए इस बैठक के काफी मायने हैं। इसी साल एक बार फिर ओयो आईपीओ के लिए सेबी को दस्तावेज जमा कर सकती है।

Oyo IPO News: अगर आप हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कंपनी ओयो के आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल, ओयो के आईपीओ को लेकर हलचल तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक ओयो ने जून के महीने में पांच निवेश बैंकों की उसके प्रमुख शेयरधारक सॉफ्टबैंक से मिलने की व्यवस्था की है। इन बैंक में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और एक्सिस कैपिटल के साथ-साथ भारतीय वित्तीय संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले वैश्विक बैंकिंग गठजोड़ से सिटी, गोल्डमैन सैक्स और जेफरीज शामिल हैं। आपको बता दें कि जापानी समूह सॉफ्टबैंक, ओयो के सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक है। इसलिए इस बैठक के काफी मायने हैं।
कहां होगी बैठक?
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले पीटीआई सूत्रों ने बताया कि महत्वपूर्ण बैठक सॉफ्टबैंक के लंदन स्थित ग्रोसवेनर स्ट्रीट कार्यालय में होने वाली है। पांच बैंक, सॉफ्टबैंक के सुमेर जुनेजा के समक्ष अपनी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से जुड़ी रणनीति प्रस्तुत करेंगे। ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल और उसकी वरिष्ठ नेतृत्व टीम भी इसमें शामिल होगी। मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा- सॉफ्टबैंक, ओयो जैसी अपनी पोर्टफोलियो कंपनियों के प्रति सकारात्मक है, जिन्होंने मजबूत प्रदर्शन किया है।
कब तक दस्तावेज दाखिल करेगी कंपनी?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी इस साल अगस्त और सितंबर के बीच आईपीओ के लिए दस्तावेज दाखिल कर सकती है। इससे पहले ओयो ने 2021 में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष अपने दस्तावेज दाखिल और फिर दोबारा दाखिल किए थे। इसमें सार्वजनिक पेशकश के जरिये 8,430 करोड़ रुपये जुटाने की बात कही गई थी। कंपनी ने हालांकि मई, 2024 में यह दस्तावेज वापस ले लिए थे।
कैसे रहे वित्तीय नतीजे?
हाल ही में ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने कहा कि कंपनी पिछले वित्त वर्ष में 623 करोड़ रुपये के नेट प्रॉफिट के साथ सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाला स्टार्टअप रही है। ओयो के वित्तीय नतीजों से संबंधित दस्तावजों के मुताबिक, कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में 172 प्रतिशत बढ़कर 623 करोड़ रुपये हो गया, जो 2023-24 में 229 करोड़ रुपये था।