1 लाख के लेवल पर पहुंचेगा सेंसेक्स! एनालिस्ट का है अनुमान, जानिए वजह
- Sensex at 1 lakh: टैरिफ पॉलिसी पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उतार-चढ़ाव से अमेरिकी शेयर बाजार लड़खड़ा रहे हैं, ग्लोबल निवेशक सुरक्षित ग्राउंड तलाश रहे हैं और भारत का शेयर बाजार एक अलग पहचान बना रहा है।

Sensex at 1 lakh: टैरिफ पॉलिसी पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उतार-चढ़ाव से अमेरिकी शेयर बाजार लड़खड़ा रहे हैं, ग्लोबल निवेशक सुरक्षित ग्राउंड तलाश रहे हैं और भारत का शेयर बाजार एक अलग पहचान बना रहा है। इस उथल-पुथल के बीच, भारत को अस्थिर ग्लोबल माहौल में स्थिरता और अवसर के ऑप्शन के रूप में देखा जा रहा है। विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं। पिछले पांच सेशन में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा ₹17,930 करोड़ की लगातार खरीदारी की है। यह भारतीय इक्विटी की बढ़ती डिमांड को दिखाती है।
'बाय इंडिया, सेल अमेरिका' ट्रेड इन एक्शन
बता दें कि ट्रंप टैरिफ ऐलान के बाद गिरावट से भारतीय शेयर बाजार तेजी से उबर रहा है। भारतीय बाजार सालाना आधार पर 2% तक ऊपर है। वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार इस साल 10% नीचे बना हुआ है। यह "सेल अमेरिका" ट्रेड की ओर इशारा है। एनालिस्ट को इस बात की चिंता है कि टैरिफ और अन्य पॉलिसीज पर ट्रम्प प्रशासन का अप्रत्याशित रुख अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए आउटलुक को कमजोर कर सकता है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, जेफरीज के क्रिस्टोफर वुड ने हाल ही में निवेशकों को अमेरिकी शेयरों को ‘सेल’ और भारत में निवेश बढ़ाने की सलाह दी है।
इधर, मेहता इक्विटीज के रिसर्च के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और रिसर्च एनालिस्ट प्रशांत तापसे ने कहा कि टैरिफ वॉर के मामले में भारतीय शेयर बाजार सुरक्षित स्थिति में है। उन्होंने कहा कि अब एफआईआई भी इसे महसूस कर रहे हैं, खासकर अमेरिका के सामने अपनी खुद की परेशानियां हैं। तापसे ने कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका मंदी की ओर बढ़ रहा है और जाहिर है, जब कोई देश मंदी में जाता है, तो पैसा बाहर निकल जाता है और उच्च विकास क्षमता वाले स्थानों में निवेश किया जाता है। उनका मानना है कि उभरते बाजारों में भारत एकमात्र ऐसा स्थान है जहां हम 6%+ जीडीपी विकास देख सकते हैं। उनका मानना है कि ये वे कारक हैं जो भारतीय शेयर बाजार में सुधार के पीछे हैं।
1 लाख के स्तर पर पहुंचेगा सेंसेक्स?
प्रशांत तापसे के मुताबिक, भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स जो कि वर्तमान में 80,000 के स्तर से ऊपर कारोबार कर रहा है। इसमें आगे और 25% उछाल की आवश्यकता है। उनका मानना है कि यह उपलब्धि संभव है, वे इस साल बीएसई सेंसेक्स के नए उच्च स्तर पर पहुंचने के बारे में अधिक आशान्वित हैं। सेंसेक्स पर आखिरी सर्वकालिक उच्च स्तर 85,978.25 था, जो 27 सितंबर, 2024 को पहुंचा था। तापसे ने कहा, "मैं यह नहीं कह सकता कि सेंसेक्स 1 लाख को पार कर सकता है, लेकिन इस बात की बहुत संभावना है कि हम एक नए उच्च स्तर पर होंगे। इस साल सेंसेक्स संभवतः 90,000 के स्तर को पार कर सकता है।" इस बीच ओमनीसाइंस कैपिटल के सीईओ और मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. विकास गुप्ता और भी अधिक आशावादी हैं और उनका मानना है कि सेंसेक्स 1,00,000 तक पहुंच सकता है। गुप्ता ने कहा, "इसके लिए दो चीजों की आवश्यकता होगी, या पीई और ईपीएस के कई अन्य समान संयोजनों की आवश्यकता होगी। उनके अनुसार, सेंसेक्स को 100000 तक ले जाने वाले कारक मुख्य रूप से 10%-12% की आय वृद्धि, ब्याज दरों में कटौती और सकारात्मक निवेशक भावना हैं।
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