ऑटो इंडस्ट्रीज से मिला बड़ा ऑर्डर, इस शेयर में लगा 5% का अपर सर्किट, आपका है दांव?
स्पेशलिटी केमिकल्स कंपनी-विपुल ऑर्गेनिक्स के शेयर को खरीदने की होड़ मच गई है। सप्ताह के दूसरे दिन यह शेयर पिछली क्लोजिंग 179.30 रुपये के मुकाबले 188.25 रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लग गया।

Vipul Organics share: बाजार में सुस्ती के बीच मंगलवार को स्पेशलिटी केमिकल्स कंपनी-विपुल ऑर्गेनिक्स के शेयर को खरीदने की होड़ मच गई। सप्ताह के दूसरे दिन यह शेयर पिछली क्लोजिंग 179.30 रुपये के मुकाबले 188.25 रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लग गया। मई 2025 में शेयर 116 रुपये और अक्टूबर 2024 में शेयर 265.17 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का क्रमश: लो और हाई है।
कंपनी को मिला है बड़ा ऑर्डर
विपुल ऑर्गेनिक्स ने घोषणा की कि उसे ऑटोमोबाइल उद्योग में उपयोग के लिए एक नए डेवलप ऑर्गेनिक इंटरमीडिएट के लिए अंतिम स्वीकृति और पहला कॉमर्शियल ऑर्डर प्राप्त हुआ है। यह डेवलप कंपनी के लिए एक नए प्रोडक्ट कैटेगरी और उद्योग क्षेत्र में रणनीतिक विस्तार को दर्शाता है। एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार 18 महीनों से अधिक समय तक चली मंजूरी प्रक्रिया और शुरुआती टेस्ट शिपमेंट के बाद अब पहला कॉमर्शियल ऑर्डर कंफर्म हो गया है।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
विपुल ऑर्गेनिक्स पिगमेंट और डाई सेगमेंट में एक स्पेशल केमिकल कंपनी है। कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 45.83 प्रतिशत गिरकर 78 लाख रुपये रह गया है। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 1.44 करोड़ रुपये रहा था। विपुल इलेक्ट्रॉनिक्स ने बताया कि आमदनी मार्च तिमाही में 5.87 प्रतिशत बढ़कर 43.97 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले साल इसी तिमाही में 41.53 करोड़ रुपये रही थी।
क्या कहा कंपनी के एमडी ने
विपुल ऑर्गेनिक्स के प्रबंध निदेशक विपुल पी शाह ने बताया था कि गुजरात में हमारी नई सायाखा फैसलिटीज का पहला चरण 2025-26 यानी चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में परिचालन में आने की उम्मीद है जिससे हमें अपनी कुल आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी की महाराष्ट्र में दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं और यह गुजरात में एक नई सुविधा विकसित कर रही है।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न
विपुल ऑर्गेनिक्स के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो 68.64 फीसदी प्रमोटर्स के पास हिस्सेदारी है। पब्लिक शेयरहोल्डिंग की बात करें तो 31.36 फीसदी हिस्सेदारी है।