इस कंपनी को बीएसएनएल से मिला बहुत बड़ा ठेका, शेयर खरीदने को मची लूट
स्टर्लाइट टेक्नोलॉजीज को BSNL का बहुत बड़ा ठेका मिला है, जिसकी खबर से निवेशक खुश हुए और उन्होंने कंपनी के शेयर खरीदे। इससे शेयर की कीमत एक दिन में ही 15% से ज्यादा चढ़ गई।

गिरावट भरे मार्केट में स्टर्लाइट टेक्नोलॉजीज के शेयर आज बहुत तेजी से चढ़े। गुरुवार, 12 जून को स्टर्लाइट के शेयरों में दिन के भीतर ही 15.2% की जबरदस्त बढ़त देखी गई। शेयर का भाव ₹88.70 प्रति शेयर तक पहुंच गया, जो पिछले 4 हफ्तों का सबसे ऊंचा स्तर है।
शेयर में तेजी की वजह
इसकी बड़ी वजह है कंपनी का एक बहुत बड़ा ठेका हासिल करना। कंपनी ने 11 जून को बताया कि उसने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के साथ ₹2,631 करोड़ के एक टेलीकॉम प्रोजेक्ट का करार किया है। यह ठेका स्टर्लाइट ने दिलीप बिल्डकॉन (Dilip Buildcon) के साथ मिलकर जीता है।
क्या काम करेगी कंपनी?
यह प्रोजेक्ट भारतनेट के लिए है, और काम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में होगा। स्टर्लाइट की अलग हुई कंपनी STL नेटवर्क्स इस काम को संभालेगी। कंपनी को यहां पर एक मजबूत नेटवर्क बनाना है। इसे मिडिल-माइल नेटवर्क कहते हैं। इसमें डिजाइन करना, सामान पहुंचाना, निर्माण करना, लगाना, अपग्रेड करना और फिर उसे चलाना व मेनटेन करना शामिल है।
प्रोजेक्ट की अवधि
निर्माण काम पूरा होने में 3 साल लगेंगे। फिर उस नेटवर्क को 10 साल तक चलाने और देखभाल की ज़िम्मेदारी भी कंपनी की होगी। नए नेटवर्क के निर्माण पर लगभग ₹1,620 करोड़ खर्च होंगे। इस नए नेटवर्क को चलाने में ₹972 करोड़ का खर्च आएगा। पुराने मौजूदा नेटवर्क की देखभाल पर ₹38 करोड़ खर्च होंगे।
कंपनी का कैसा रहा प्रदर्शन?
कंपनी के मुख्य कारोबार ऑप्टिकल नेटवर्किंग (Optical Networking) ने चौथी तिमाही (मार्च 2025 खत्म) में पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 26% ज़्यादा कमाई की। इस कारोबार में मुनाफा (EBITDA) पिछले साल से 110% बढ़ गया। यह बढ़त मुख्यतः कंपनियों को कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस और डेटा सेंटर कारोबार में तेज़ी, साथ ही ऑप्टिकल कनेक्टिविटी में अच्छी बिक्री की वजह से आई।
पूरे साल 2024-25 (FY25) का हाल: कंपनी के दो मुख्य धंधों (ऑप्टिकल नेटवर्किंग और डिजिटल) ने मिलकर ₹3,996 करोड़ की कुल कमाई की। कंपनी ने 13.8% का मुनाफा मार्जिन (EBITDA Margin) हासिल किया, जो ₹146 करोड़ के मुनाफे के बराबर है। यह पिछले डेढ़ साल (छह तिमाहियों) में सबसे अधिक है। यूरोप और भारत में कंपनियों और डेटा सेंटर को सॉल्यूशंस देने के कारोबार में भी काफी अच्छी मांग रही।