Bihar Board Result : सिकंदरपुर की जुड़वा बहने बनीं द्वितीय व तृतीय जिला टॉपर, अब करेंगी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी
- सिकंदपुर की जुड़वा बहनों ने इंटर के कला संकाय में जिले में द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया है। इनकी चर्चा प्रखंड ही नहीं पूरे कैमूर में हो रही है। नौशिन नाज ने 464 और इसकी बहन यास्मिन नाज ने 460 अंक प्राप्त किया है।

Bihar Board 12th Result 2025 : बिहार बोर्ड 12वीं रिजल्ट interresult2025.com और interbiharboard.com पर जारी कर दिया गया है। परीक्षार्थी अपना परिणाम बिहार बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट के अलावा लाइव हिन्दुस्तान वेबसाइट livehindustan.com पर भी चेक कर सकते हैं। इस साल कुल 86.5 फीसदी विद्यार्थी पास हुए हैं। आर्ट्स में 82.75 फीसदी, कॉमर्स में 94.77 और साइंस में 89.59 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं। बिहार बोर्ड 12वीं रिजल्ट इस साल 37 दिनों के अंदर जारी हुआ। 12,80,211 छात्रों का इंटर रिजल्ट प्रकाशित किया गया। इस वर्ष बिहार बोर्ड इंटर रिजल्ट थोड़ा गिरा है। इस साल कुल पास प्रतिशत पिछले साल के 87.21 प्रतिशत की तुलना में गिरकर 86.50 प्रतिशत हो गया।
जुड़वा बहनों ने इंटर के कला संकाय में जिले में द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया
प्रखंड के सिकंदपुर की जुड़वा बहनों ने इंटर के कला संकाय में जिले में द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया है। इनकी चर्चा प्रखंड ही नहीं पूरे कैमूर में हो रही है। नौशिन नाज ने 464 और इसकी बहन यास्मिन नाज ने 460 अंक प्राप्त किया है। दोनों बहनें चैनपुर प्रखंड के जगरिया स्थित इंद्रासन प्रोजेक्ट प्लस टू स्कूल की छात्राएं हैं। सिकंदरपुर निवासी खुर्शीद अंसारी की जुड़वा बेटियों की सफलता पर नाते-रिश्तेदार व आसपास के लोग बधाई दे रहे हैं।
ग्रामीण परिवेश से पली-बढ़ी दोनों बहने बचपन से पढ़ने में आगे रही हैं। इनके दो बड़े भाई सरकारी नौकरी करते हैं। नौशिन व यास्मिन कहती हैं कि हम दोनों के बीच पढ़ाई के मामले में प्रतिस्पर्धा बनी रहती है। पूछने पर दोनों ने बताया कि वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर देश की सेवा करेंगी। उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने अब्बी व दोनों भाइयों को दी और कहा कि यही उनकी पढ़ाई की मॉनिटरिंग करते थे। विद्यालय में प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार व अपने शिक्षकों के प्रति काफी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इनकी पढ़ाई का हमेशा ख्याल रखा। वह विद्यालय में पढ़ाई करने के साथ घर पर देर रात तक पढ़ती थीं।