BPSC TRE : बिहार शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी, काउंसिलिंग हिंदी में, नियुक्ति पत्र लो विजन का, पिछड़ा वर्ग को बनाया सामान्य
- बीपीएससी टीआरई 3.0 के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई हिंदी विषय में, लेकिन नियुक्ति पत्र मिला लो विजन का। शिक्षकों की नियुक्ति में कोटि से लेकर विषय तक को बदल दिया गया है।

बीपीएससी तीसरे चरण के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई हिंदी विषय में, लेकिन नियुक्ति पत्र मिला लो विजन का। शिक्षकों की नियुक्ति में कोटि से लेकर विषय तक को बदल दिया गया है। हाईस्कूलों में नियुक्त इन शिक्षकों को दिव्यांगता के अलग-अलग विषय में नियुक्ति पत्र मिला है। यही नहीं, पिछड़ा वर्ग को सामान्य कोटि बना दिया गया है। जिले समेत सूबे में दर्जनों अभ्यर्थियों का यह मामला सामने आया है। नौ मार्च को इन शिक्षकों नियुक्ति पत्र मिला है। अब कोटि से लेकर विषय बदल कर मिले नियुक्ति पत्र को लेकर अभ्यर्थी शिक्षा कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। विभाग को इस संबंध में सूचना दी गई तो अन्य जिलों में भी इस तरह की गड़बड़ी सामने आई।
काउंसिलिंग पत्र मिला था सही विषय और कोटि का अभ्यर्थी जूही कुमारी की काउंसिलिंग बीसी कोटि में हिंदी विषय के लिए हुई थी। अब वे सामान्य कोटि में दिव्यांगता विषय में आ गई हैं। एक अन्य अभ्यर्थी ने कहा कि काउंसिलिंग तक सब कुछ सही था। काउंसिलिंग पत्र में मेरा विषय अंग्रेजी था, लेकिन जब नियुक्ति पत्र मिला तो उसमें दिव्यांगता विषय हो गया। अभ्यथिर्यों ने कहा कि काउंसिलिंग पत्र के आधार पर ही जब नियुक्ति पत्र मिलता है तो ऐसी गड़बड़ी कैसे हो सकती है।
कल्याण विभाग के स्कूलों में दिव्यांगता के अलग-अलग विषय में हुई थी नियुक्ति
डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि कल्याण विभाग की ओर से दिव्यांगता के अलग-अलग विषय में नियुक्ति हुई थी। शिक्षा विभाग के स्कूलों में लो विजन समेत अन्य विषय नहीं थे। अब कई अभ्यर्थी का इन विषयों का ही नियुक्ति पत्र निकल रहा है। विभाग को इसकी सूचना दी गई है। ये अभ्यर्थी इस नियुक्ति पत्र पर स्कूल में योगदान भी नहीं दे सकते हैं।