CBSE Class 12 Chemistry Exam Analysis: सीबीएसई 12वीं केमिस्ट्री पेपर खत्म, स्टूडेंट्स से जानिए कैसा था पेपर?
- CBSE Class 12 Chemistry board exam: 27 फरवरी, 2025 को आयोजित कक्षा 12 की रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) परीक्षा में सीबीएसई सैंपल पेपर के आधार पर प्रश्नों का एक संतुलित मिश्रण पूछा गया था। स्टूडेंट्स प्रश्नपत्र से ओवरऑल संतुष्ट नजर आए।

CBSE 12th Chemistry Question Paper Exam Analysis: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आज, 27 फरवरी, 2025 को सीबीएसई कक्षा 12 रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) बोर्ड परीक्षा 2025 का समापन किया है। कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा एकल पाली में आयोजित की गई थी-सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक। इस साल, सीबीएसई कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए भारत और विदेश के 8,000 स्कूलों के लगभग 44 लाख छात्रों के लिए कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित कर रहा है।
केमिस्ट्री थ्योरी परीक्षा में 70 अंक थे, जबकि आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) के लिए अतिरिक्त 30 अंक आवंटित किए गए थे। पेपर को छात्रों की वैचारिक समझ, संख्यात्मक समस्या-समाधान स्किल्स और थ्योरी के एप्लीकेशन का टेस्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
27 फरवरी, 2025 को आयोजित कक्षा 12 की रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) परीक्षा में सीबीएसई सैंपल पेपर के आधार पर प्रश्नों का एक संतुलित मिश्रण पूछा गया था। पेपर में छात्रों की समझ और सोचने के कौशल का परीक्षण करने के लिए अभिकथन-तर्क और केस बेस्ड प्रश्न भी शामिल थे। कुछ छात्रों ने महसूस किया कि टाइम मैनेजमेंट जरूरी था क्योंकि पेपर थोड़ा लंबा था। स्टूडेंट्स प्रश्नपत्र से ओवरऑल संतुष्ट नजर आए।
स्टूडेंट्स का पेपर को लेकर रिएक्शन-
छात्रों ने डायरेक्ट प्रश्नों को सीधा और उत्तर देने में आसान पाया। बहु-विकल्प (MCQ) और योग्यता-आधारित प्रश्न एवरेज मुश्किल के थे, जिससे एक संतुलित मूल्यांकन सुनिश्चित होता है। ज्यादातर छात्रों ने निर्धारित समय के अंदर पेपर पूरा कर लिया और इसके लेवल से संतुष्ट थे।
सब्जेक्ट एक्सपर्ट ने पेपर को लेकर क्या कहा-
सिल्वरलाइन प्रेस्टीज स्कूल, गाजियाबाद में पीजीटी केमिस्ट्री की टीचर सौम्या हुड्डा ने कहा कि "पेपर में योग्यता-आधारित और माडरेट प्रश्नों का एक अच्छा मिश्रण शामिल है, जो नॉलेज की एप्लीकेशन का आकलन करता है। पेपर औसत था और प्रश्न मुख्य रूप से सीबीएसई सैंपल पेपर आधारित थे। सीधे सवाल सीधे और जवाब देने में आसान थे। एमसीक्यू और योग्यता-आधारित प्रश्न भी औसत कठिनाई के थे, जिससे एक संतुलित मूल्यांकन सुनिश्चित होता था। छात्रों ने समय पर पेपर पूरा किया और पेपर के स्तर से संतुष्ट थे। कुल मिलाकर सभी सेट आसान थे।