NEET UG 2025: फैक्ट्री में काम करने वाले श्रवण कुमार ने पास की NEET परीक्षा, हासिल की इतनी रैंक
NEET UG 2025 Success Story: राजस्थान के बालोतरा निवासी,श्रवण कुमार ने फैक्ट्री में काम करते हुए नीट परीक्षा की तैयारी की। उनकी कड़ी मेहनत और सच्चई लगन से उन्हें नीट परीक्षा में ओबीसी कैटेगरी में 4071 रैंक हासिल की है।

NEET UG 2025 Success Story: राजस्थान के रहने वाले श्रवण कुमार ने नीट परीक्षा में कमाल कर दिखाया है। राजस्थान के बालोतरा निवासी,श्रवण कुमार ने फैक्ट्री में काम करते हुए नीट परीक्षा की तैयारी की। उनकी कड़ी मेहनत और सच्चई लगन से उन्हें नीट परीक्षा में ओबीसी कैटेगरी में 4071 रैंक हासिल की है। श्रवण कुमार के माता-पिता दो कमरों वाले मिट्टी के घर में जीवन यापन करने के लिए गांव के समारोहों में बर्तन धोते हैं।
जब नीट परीक्षा का रिजल्ट आया तो उस समय श्रवण कुमार फैक्ट्री में काम कर रहे थे, तब उन्हें पता चला कि ओबीसी कैटेगरी में उन्होंने ऑल इंडिया 4071 रैंक हासिल की है। इस रैंक के जरिए श्रवण कुमार को राजस्थान में 3 से 4 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिलने की उम्मीद है।
उनके परिवार की आजीविका का एकमात्र स्रोत शादियों और समारोहों में बर्तन धोना है, साथ ही कभी-कभी मनरेगा का काम भी करना है। श्रवण अपने बचपन में गांव के समारोहों में अपने पिता के साथ बर्तन साफ करने में मदद करता था और परिवार की सहायता के लिए पशुपालन करता था। गंभीर आर्थिक तंगी के बावजूद, श्रवण ने अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया और सरकारी स्कूल से कक्षा 10 की परीक्षा 97% अंकों के साथ और कक्षा 12वीं की परीक्षा 88% अंकों के साथ पास की।
शनिवार को आए NEET के नतीजों ने बालोतरा के खट्टू गांव में रेत के टीलों के बीच श्रवण के मिट्टी के घर को सुर्खियों में ला दिया। श्रवण की सफलता के बाद पड़ोसी जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मौके पर उमड़ पड़े। सब लोग श्रवण एवं उसके माता-पिता की तारीफ रहे हैं।
एमबीएसएस पाठ्यक्रम के लिए कुल 1,08,000 सीटें उपलब्ध हैं जिनमें सरकारी अस्पतालों में लगभग 56,000 और निजी कॉलेजों में लगभग 52,000 सीटें हैं। दंत चिकित्सा, आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी नीट परिणामों का उपयोग किया जाता है।