Pariksha pe Charcha 2020: पीएम मोदी बोले, एक्स्ट्रा एक्टिविटी नहीं करेंगे तो रोबोट बन जाएंगे
पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा एक्टिविटी भी स्टूडेंट्स की जिंदगी में काफी मायने रखती है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में एक्स्ट्रा एक्टिविटी पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों की...

पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा एक्टिविटी भी स्टूडेंट्स की जिंदगी में काफी मायने रखती है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में एक्स्ट्रा एक्टिविटी पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों की एक्स्ट्रा क्टिविटी को भी कहीं न कहीं बांधना चाहिए, तभी बच्चे अपनी क्षमता का सही आकलन कर सकते हैं।
उन्होंने अभिभावकों को भी सलाह दी कि मां-बाप का भी काम है कि यह देखें कि वह बच्चों की रुचि देखें और उसके मुताबिक उन्हें अवसर दें। यह वह दौर है, जब माता-पिता बच्चों पर एक्स्ट्रा एक्टिविटी के लिए भी दबाव डालने लगे हैं। उन्होंने कहा कि यदि आप स्कूली जीवन में विविधताओं के साथ आगे बढ़ते हैं तो फिर आपके जीवन में निराशा नहीं रहती।
शिक्षा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था से पाई गई शिक्षा बड़ी दुनिया के दरवाजे खोलने का रास्ता होती है, वहीं अगर आप एक्स्ट्रा एक्टिविटी नहीं करेंगे तो रोबोट बन जाएंगे। क्या हम चाहते हैं कि हमारा यूथ रोबोट बन जाए? नहीं, वे ऊर्जा और सपनों से लबरेज हैं। हालांकि इसके लिए बेहतर समय प्रबंधन की आवश्यकता होगी। इसलिए पढ़ाई के दौरान कुछ समय एकस्ट्रा एक्टिविटी में देना चाहिए, इससे दिमाग फ्रैश होगा।
तालकटोरा स्टेडियम में पीम मोदी ने छात्रों को परीक्षा के तनाव से बचने के कई टिप्स दिए, जिनमें उन्होंने चंद्रयान-2 से लेकर क्रिकेट तक का जिक्र किया। पीएम मोदी ने चंद्रयान-2 का उदाहरण देकर छात्रों को बताया कि कैसे विफलता से निपटा जाए। इससे पहले पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा से पहले प्रदर्शनियों का जायजा लिया। इस कार्यक्रम का मकसद यह सुनिश्चित करना था कि छात्र तनावमुक्त होकर आगामी बोर्ड एवं प्रवेश परीक्षाएं दें।
इस कार्यक्रम में देशभर से करीब 2,000 छात्र भाग ले रहे हैं। इनमें से 1,050 छात्रों का चयन निबंध प्रतियोगिता के जरिए किया गया है। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 2.6 लाख प्रविष्टियां देशभर से मिली हैं। पिछले साल करीब 1.4 लाख छात्रों की प्रविष्टियां देशभर से मिली थीं। महाराष्ट्र के 104 छात्रों को 20 जनवरी को होने वाले प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा के लिए चुना गया है। इन छात्रों के साथ 13 शिक्षक भी रहेंगे।
मोदी ने 2018 में आयोजित ऐसे सत्र में छात्रों के 10 प्रश्नों के उत्तर दिए थे और पिछले साल 16 सवाल लिए थे। पहले इस साल यह सत्र 16 जनवरी को होना था, लेकिन देशभर में विभिन्न त्योहारों की वजह से इसे टाल दिया गया।