एमएस धोनी क्यों नहीं ले रहे रिटायरमेंट? CSK के हेड कोच ने कह दी खरी बात, बोले- मैं इन दिनों पूछता...
- चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने एमएस धोनी के संन्यास की अटकलों पर प्रतिक्रिया दी है। चेन्नई टीम आईपीएल 2025 में हार की हैट्रिक लगा चुकी है।

चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने एमएस धोनी के आईपीएल रिटायरमेंट की अटकलों पर रिएक्ट किया और खरी बात कही। उन्होंने दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज को लेकर उड़ रही अफवाहों को खारिज कर दिया। फ्लामिंग का मानना है कि 43 वर्षीय धोनी अब भी मजबूती से खेल रहे हैं। दरअसल, दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) के खिलाफ मैच के दौरान उस वक्त रिटायरमेंट की अटकलों का बाजार गर्म हो गया, जब धोनी के माता-पिता (पान सिंह और देवकी देवी) चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में नजर आए। धोनी के माता-पिता पहली बार स्टेडियम में आईपीएल मैच देखने पहुंचे थे। साथ ही धोनी की पत्नी साक्षी और बेटी भी थीं। डीसी ने चेपॉक में 183/6 का स्कोर खड़ा करने के बाद 25 रनों से जीत दर्ज की। सीएसके 5 विकेट गंवाकर 158 रन ही बना सकी।
एमएस धोनी क्यों नहीं ले रहे रिटायमेंट?
फ्लेमिंग ने सीएसके वर्सेस डीसी मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''नहीं, उनके सफर को खत्म करना मेरा काम नहीं है। मुझे कुछ पता नहीं है। मैं बस उनके साथ काम करने का लुत्फ उठा रहा हूं। वह अभी भी मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। मैं इन दिनों पूछता भी नहीं। आप लोग ही इस बारे में पूछते हैं।'' धोनी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ नौवें नंबर पर उतरे थे, जिसने फैंस और एक्सपर्ट को हैरान कर दिया था। उनके इस फैसले की कड़ी आलोचना हुई थी लेकिन धोनी डीसीके सामने सातवें नंबर पर बैटिंग करने आए। उन्होंने अंत तक टिककर बल्लेबाजी की लेकिन मगर को लगातार तीसरी हार से बचाने में सफल नहीं रहे। धोनी ने 26 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए, जिसमें एक चौका और एक सिक्स शामिल है।
धोनी-शंकर ने की 84 रनों की साझेदारी
धोनी ने विजय शंकर (54 गेंदों में नाबाद 69) के साथ छठे विकेट के लिए 84 रनों की अटूट साझेदारी की। फ्लेमिंग ने धोनी का बचाव करते हुए कहा कि उस समय बल्लेबाजी करना वाकई कठिन था। उन्होंने कहा, ''उन्होंने जज्बा दिखाया। जब वह क्रीज पर पहुंचे तो मुझे लगता है कि गेंद थोड़ी रुक कर आ रही थी। हम समझ गए थे कि पहले हाफ में यह अच्छा रहेगा और फिर धीरे-धीरे धीमा होता जाएगा।'' उन्होंने कहा, ''उन्होंने परिस्थितियों को देखते हुए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। विजय शंकर ने अपनी पारी के दौरान टाइमिंग हासिल करने के लिए संघर्ष किया। लेकिन 12 से 16 ओवर का वह दौर सभी के लिए मुश्किल था। निश्चित रूप से वहां पर खेलना कठिन था। इसलिए कोशिश करने के बावजूद मैच हमारे हाथ से फिसल रहा था।''