सबसे कम उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट सकलेन मुश्ताक ने लिया था। पाकिस्तान के इस दिग्गज गेंदबाज ने महज 27 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था। उनके रिटायरमेंट के पीछे घुटनों की समस्या था।
निकोलस पूरन ने 29 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा है। वे पूरी तरह फिट हैं, लेकिन सिर्फ फ्रेंचाइजी क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं। यही कारण है कि 160 से ज्यादा मैच खेलने के बाद उन्होंने इस उम्र में इंटरनेशल क्रिकेट से दूरी बनाई है।
क्विंटन डिकॉक इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने महज 30 साल की उम्र में वनडे और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। वे टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं, लेकिन दो फॉर्मेट छोड़ने का फैसला अपने आप में इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर जाने जैसा है।
कम उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में रवि शास्त्री का नाम भी शामिल है, जिन्होंने 30 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ी थी। उनको भी घुटने की समस्या थी। इस वजह से वे इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर चले गए थे।
इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने 31 साल की उम्र में आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। घुटने और कमर की समस्या के कारण उनको भी जल्दी इंटरनेशनल क्रिकेट से दूरी बनानी पड़ी थी.
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार यूनिस ने भी चोट के चलते ही इंटरनेशनल क्रिकेट से दूरी बनाई थी। उस समय उनकी उम्र महज 32 साल थी।
हेनरिक क्लासेन का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। उन्होंने 33 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से विदाई ली है। वे भी फ्रेंचाइजी क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं। वे फिट हैं, लेकिन फिर भी साउथ अफ्रीका के लिए नहीं खेलना चाहते।