Inspiring Atmosphere at Shri Shri 1008 Maharudra Yagna in Chitra Coal Mine Temple भारतीय संस्कृति की पहचान है श्रीरामकथा : आराधना देवी, Deogarh Hindi News - Hindustan
Hindi NewsJharkhand NewsDeogarh NewsInspiring Atmosphere at Shri Shri 1008 Maharudra Yagna in Chitra Coal Mine Temple

भारतीय संस्कृति की पहचान है श्रीरामकथा : आराधना देवी

चितरा कोलियरी के दुखिया बाबा मंदिर में सोमवार रात श्रीश्री-1008 महारुद्र यज्ञ के दौरान एक अलौकिक माहौल बना। प्रवचन में आराधना देवी ने भारतीय संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों की रक्षा के लिए कथा और सत्संग...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवघरWed, 11 June 2025 05:21 AM
share Share
Follow Us on
भारतीय संस्कृति की पहचान है श्रीरामकथा : आराधना देवी

चितरा प्रतिनिधि चितरा कोलियरी स्थित दुखिया बाबा मंदिर प्रांगण में चल रहे श्रीश्री- 1008 महारुद्र यज्ञ के दौरान सोमवार रात्रि अलौकिक और प्रेरणादायक वातावरण देखने को मिला। प्रवचन मंच पर उपस्थित कथा वाचिका आराधना देवी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि अपने परिवार और भारतीय संस्कृति को बचाना है तो सभी को कथा और सत्संग से जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि आज भारतीय समाज में पश्चिमी सभ्यता की अंधी दौड़ के कारण पारिवारिक मूल्यों का क्षरण हो रहा है। ऐसे समय में धर्म, सत्संग और भगवान की कथा ही जीवन को दिशा दे सकती है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि अपने बच्चों को रोज़ भगवान की कथा सुनाएं, जिससे उनके भीतर संस्कार और आत्मबल का विकास हो।

प्रवचन के दौरान उन्होंने भगवान श्रीराम के वनगमन से लेकर चित्रकूट प्रवास, शबरी मिलन, रावण वध और राम राज्याभिषेक तक की प्रेरणादायक कथाओं का रसपान कराया। कहा कि जब कोई श्रीराम और भरत जैसा व्यवहार करता है, श्रीराम को अपना आदर्श मानता है, तो अपने आप रामराज्य की स्थापना हो जाती है। आराधना देवी ने कहा कि श्रीराम के आदर्शों को अपनाकर युवा पीढ़ी न केवल अवगुणों से बचेगी, बल्कि समाज में मर्यादा और नैतिकता का संचार होगा। शबरी की कथा सुनाते हुए बताया कि कैसे भगवान श्रीराम एक वृद्धा की सच्ची भक्ति से प्रसन्न होकर उसके जूठे बेर तक स्वीकार कर लेते हैं। भक्ति भाव से ओतप्रोत माहौल उस समय चरम पर पहुंच गया जब आराधना देवी ने भावपूर्ण भजन, मेरी कुटिया के भाग आज खुल जाएंगे राम आएंगे..., राजा बने रघुरैया अवध में आज बाजे बधईया..., श्रीराम-जानकी बैठे हैं मेरे सीने में... समेत जैसे भजनों को स्वर दिया। वहीं श्रद्धालु भक्ति में विभोर होकर अपने स्थान पर खड़े होकर झूमने लगे। कार्यक्रम की विशेष प्रस्तुति में पश्चिम बंगाल से आए सुप्रसिद्ध बाउल गायक वरुण दास ने कई बांग्ला भजनों की प्रस्तुति देकर देर रात तक भक्ति रस का संचार किया। मौके पर मंच संचालन राजेश राय ने किया, जबकि यज्ञ समिति अध्यक्ष विवेका नारायण देव सहित बड़ी संख्या में यज्ञ समिति सदस्य व श्रद्धालु उपस्थित थे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।