'मुझे नेतृत्व करना पसंद है, चुनौतियों का आनंद लेता हूं', 'सरपंच' साहब का एक साल में चौथा फाइनल
श्रेयस अय्यर को भले ही इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं मिल पाई, लेकिन उन्होंने अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया है। उन्होंने टी-20 मुंबई लीग के दौरान कहा कि उन्हें नेतृत्व करना पसंद है। अब कप्तानी में चौथा फाइनल। ‘सरपंच साहब’ के नाम से चर्चित अय्यर का प्रदर्शन भी इस बात की तस्दीक करता है।

'कप्तानी में हमेशा दबाव होता है लेकिन मुझे नेतृत्व करना पसंद है।' श्रेयस अय्यर की इस बात में कितना वजन है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि यह क्रिकेटर अपनी कप्तानी में एक साल के भीतर चौथा फाइनल खेलने जा रहा है। 'सरपंच साहब' के नाम से चर्चित अय्यर ने इसी महीने आईपीएल फाइनल में पंजाब किंग्स का नेतृत्व किया था और अब सोबो मुंबई फाल्कंस को अपनी कप्तानी में टी-20 मुंबई लीग के फाइनल में पहुंचाया है।
टूर्नामेंट से इतर अय्यर ने कप्तानी को लेकर कहा कि उन्हें नेतृत्व करना पसंद हैं। उसके साथ आने वाली चुनौतियों और जिम्मेदारियों का आनंद उठाते हैं।
उन्होंने कहा, 'कप्तानी में हमेशा प्रेशर होता है लेकिन मुझे अगुआई करना पसंद है। मैं इसे 22 साल की उम्र से कर रहा हूं और मैं इसके साथ आने वाली चुनौती और जिम्मेदारी को उठाने का आनंद लेता हूं।'
टी-20 मुंबई लीग के सेमीफाइनल में मंगलवार को मुंबई फाल्कंस ने बांद्रा ब्लास्टर्स को 5 विकेट से शिकस्त दे दी। अब श्रेयस अय्यर की अगुआई वाली फाल्कंस 12 जून को वानखेड़े स्टेडियम में मराठा रॉयल्स के खिलाफ खिताबी मुकाबला खेलेगी।
अक्सर कहा जाता है कि कुछ लोग पैदा ही लीडर होते हैं। 'सरपंच साहब' श्रेयस अय्यर कुछ ऐसे ही हैं। यह बात बतौर कप्तान उनके प्रदर्शन से भी साबित होता है। पिछले एक साल में वह अपनी कप्तानी में अलग-अलग टीमों को अलग-अलग 4 टूर्नामेंट्स के फाइनल में पहुंचाया है।
अय्यर ने मई 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को अपनी कप्तानी में आईपीएल चैंपियन बनाया। उसके बाद वह घरेलू क्रिकेट में मुंबई की कप्तानी करते हुए टीम को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचाया। इसी महीने उनकी कप्तानी में पंजाब किंग्स ने आईपीएल 2025 का फाइनल खेला। अब अय्यर की कप्तानी वाली मुंबई फाल्कंस टी-20 मुंबई लीग के फाइनल में पहुंची है।