वो ओवर जो दोनों पारियों में साबित हुआ RCB के लिए टर्निंग पॉइंट, 18 साल बाद भी खाली हाथ पंजाब किंग्स
पंजाब किंग्स के लिए एक ओवर गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में टर्निंग पॉइंट रहा। आरसीबी ने उस ओवर का बैटिंग और बॉलिंग दोनों में फायदा उठाया और जीत की नई कहानी आईपीएल का खिताब जीतकर लिख दी।

IPL 2025 का फाइनल मुकाबला आखिरी ओवर तक चला। हालांकि, आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर ही नतीजा तय हो चुका था, क्योंकि आखिरी 4 गेंदों में 29 रनों की जरूरत थी। 4 लीगल गेंदों में इतने रन नहीं बनाए जा सकते थे। ऐसे में कहा जा सकता कि मैच का नतीजा आखिरी ओवर में तय हुआ था, लेकिन असल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स के बीच खेले गए खिताबी मैच में दोनों पारियों में एक ओवर ऐसा था, जिसने मैच की तस्वीर और टीमों की तकदीर पलटकर रख दी।
दरअसल, आरसीबी और पंजाब किंग्स की पारी का 17वां ओवर मैच के नतीजे के लिहाज से बहुत ज्यादा अहम था, जो दोनों पारियों में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। बल्लेबाजी में भी 17वां ओवर आरसीबी के नाम रहा और जब बात गेंदबाजी की आई तो गेंदबाजी में भी आरसीबी ने मैच को 17वें ओवर में ही अपनी ओर मोड़ा और फिर जीत की नई कहानी लिख डाली। आरसीबी ने 17वें ओवर में बल्लेबाजी करते हुए 23 रन बटोरे और गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 8 रन खर्च किए और दो विकेट चटकाए।
आरसीबी की टीम जब बल्लेबाजी कर रही थी तो पंजाब किंग्स के लिए 17वां ओवर काइल जैमीसन लेकर आए। उनकी पहली गेंद पर जितेश शर्मा ने छक्का जड़ा। अगली गेंद वाइड रही। दूसरी गेंद पर जितेश ने फिर से छक्का जड़ा। अगली गेंद पर उन्होंने एक रन ले लिया। चौथी गेंद फिर वाइड रही। अगली गेंद पर फिर से छक्का जड़ा। इस पर लियाम लिविंगस्टोन सामने थे। अगली गेंद वाइड रही। इसके बाद की गेंद पर लिविंगस्टोन आउट हो गए, लेकिन तब तक ओवर में 22 रन आ चुके थे। अगली गेंद पर रोमारियो शेफर्ड ने एक रन ले लिया। इस तरह 23 रन 17वें ओवर में आए।
वहीं, जब आरसीबी की टीम गेंदबाजी कर रही थी तो 17वां ओवर पंजाब किंग्स के खिलाफ भुवनेश्वर कुमार ने फेंका। 16वें ओवर में 17 रन पंजाब ने बटोरे थे। ऐसे में लग रहा था कि 17वां ओवर बड़ा होगा तो मैच और ज्यादा रोमांचक होगा। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। पहली गेंद पर नेहाल वढेरा कोई रन नहीं बना पाए। अगली गेंद पर वे आउट हो गए। तीसरी गेंद का सामना करने के लिए मार्कस स्टोइनिस क्रीज पर आए और उन्होंने छक्का जड़ा। हालांकि, अगली गेंद पर वे आउट हो गए। आखिरी दो गेंदों में 2 रन बने। इस तरह इस ओवर में सिर्फ 8 रन गए और दो बड़े विकेट गिरे, जिसने मैच का नतीजा ही पलट दिया।