'ये 2025 है...टेस्ट मैच किसी भी सूरत में रुकना नहीं चाहिए, बैड लाइट का समाधान खोजिए'
- ये 2025 है...टेस्ट मैच किसी भी सूरत में रुकना नहीं चाहिए। ये बात क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने कही है। उन्होंने ये भी कहा है कि बैड लाइट का समाधान खोजिए। क्रिकेटर खुद इस बारे में आगे आकर सुझाव दें।

टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट बोर्ड यानी आईसीसी और कई देशों के क्रिकेट बोर्ड आगे आ रहे हैं, क्योंकि खेल का ये सबसे पुराना फॉर्मेट अपनी प्रासंगिकता खो रहा है। टेस्ट क्रिकेट में पिंक बॉल को भी इंट्रोड्यूस किया गया है, लेकिन तमाम देश इससे खेलने से कतरा रहे हैं। सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही इस पर जोर देता है। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में ये भी एक समस्या है कि मैच बैड लाइट होने के कारण रोकना पड़ता है, जिसको लेकर अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की नए सीईओ आगे आए हैं और उन्होंने कहा है कि इसका समाधान खोजिए, क्योंकि अब 2025 चल रहा है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉम ग्रीनब् ने कहा किखराब रोशनी के कारण खेल रुकने की समस्या का समाधान ढूंढना होगा तथा इस बात पर जोर देना होगा कि भुगतान करने वाले प्रशंसकों को सबसे आगे रखा जाना चाहिए। हाल ही में हरारे में हुई आईसीसी की मीटिंग में भी उन्होंने हिस्सा लिया था। इसमें भी उन्होंने यही दलील दी थी। मौसम खराब होने या सूरज के जल्दी छिपने के कारण रोशनी पर्याप्त नहीं होती। ऐसे में मैच को रोकना पड़ता है। ये खेल और प्रशंसकों के हित में नहीं है।
द डेली टेलीग्राफ से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मेरा हमेशा से मानना रहा है कि हम मनोरंजन व्यवसाय में हैं और यदि हम मनोरंजन व्यवसाय में हैं तो इसका मतलब है कि हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि अधिक से अधिक प्रशंसक अपने क्रिकेट का आनंद ले सकें। जब हम बैड लाइट के कारण मैदान से बाहर निकलते हैं तो निराशा होती है कि हम उन आखिरी उद्योगों में से एक हो सकते हैं, जो ऐसा करेंगे। हमें इनोवेशन करने और समाधान निकालने के तरीके खोजने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसा ना हो।"
हर स्टेडियम में फ्लडलाइट्स हैं, लेकिन रेड बॉल से लाइट्स में खेलना खतरनाक होता है। इसलिए पिंक बॉल को खेल में लाया गया, लेकिन इसको ज्यादा तरजीह नहीं दी जा रही। ग्रीनबर्ग ने कहा, "मैं यथार्थवादी हूं और मैं समझता हूं कि (खराब रोशनी के कारण खेल क्यों रुक जाता है) और मैं इसकी कठिनाइयों को समझता हूं, लेकिन अंततः हम प्रशंसकों को सर्वश्रेष्ठ परिणाम देना चाहते हैं और खराब रोशनी के कारण खेल रुक जाने से अधिक निराशाजनक कुछ भी नहीं है, विशेषकर ऐसे वातावरण में जहां हम रोशनी में खेल सकते हैं, चाहे वह अलग-अलग रंग की गेंदों के साथ हो या अलग-अलग तकनीकों के साथ।"
उन्होंने खिलाड़ियों से भी अनुरोध किया है कि वे भी सुझाव दें। उन्होंने कहा, "खिलाड़ी समाधान का हिस्सा हैं और हमें उनके साथ वास्तव में अच्छी तरह से संवाद करने की आवश्यकता है। मैं यह जानने के लिए यथार्थवादी हूं कि यह रातोंरात हल नहीं होगा, लेकिन हे ईश्वर, यह 2025 है और हम अलग-अलग परिस्थितियों में खेल सकते हैं, मुझे यकीन है कि हम उन चुनौतियों में से कुछ को हल करने का एक तरीका निकाल सकते हैं।"