वैभव सूर्यवंशी को अब टीम इंडिया में चुनना चाहिए? दिग्गज ने कहा- ना; सचिन से तुलना पर भी बोले
वैभव सूर्यवंशी ने महज 14 साल की उम्र में अपने खेल से सभी क्रिकेट प्रेमियों को प्रभावित किया है। कुछ तो उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर तक से करने लगे हैं। कई उन्हें जल्द ही टीम इंडिया में देखना चाहते हैं। लेकिन पूर्व स्पिनर वेंकटपति राजू को लगता है कि उन्हें पहले घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेल दिखाना चाहिए।
क्रिकेट की नई सनसनी वैभव सूर्यवंशी आईपीएल 2025 के बाद से लगातार चर्चा में हैं। तमाम फैन अब वैभव सूर्यवंशी को टीम इंडिया की जर्सी में देखना चाहते हैं। कुछ तो उनकी तुलना महान सचिन तेंदुलकर से भी करने लगे हैं। अपने दौर के दिग्गज स्पिनर और पूर्व चयनकर्ता वेंकटपति राजू का कहना है कि सूर्यवंशी को अभी टीम इंडिया में एंट्री के लिए इंतजार करना चाहिए। उन्होंने सचिन से हो रही तुलना को भी बेमानी बताया है।
वैभव सूर्यवंशी अभी इंडिया अंडर-19 टीम का हिस्सा हैं और इंग्लैंड दौरे पर गए हुए हैं। महज 14 की उम्र में उन्होंने अपने प्रदर्शन से क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान किया है। पहले आईपीएल इतिहास का दूसरा और किसी भी भारतीय का सबसे तेज शतक। फिर इंडिया अंडर-19 के अभ्यास मैच में 90 गेंद में 190 रन की पारी। उनके शानदार प्रदर्शन का सिलसिला जारी है।
वैभव सूर्यवंशी को क्या जल्द ही टीम इंडिया की जर्सी मिल सकती है? पूर्व स्पिनर वेंकटपति राजू को ऐसा नहीं लगता है। 2007 टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम को चुनने वाले चयनकर्ताओं में रहे राजू ने हमारे सहयोगी हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में कहा कि वैभव सूर्यवंशी को भारतीय टीम की जर्सी में देखने के लिए हमें अभी और इंतजार करने की जरूरत है।
पूर्व स्पिनर ने कहा, ‘हां, वह अभी काफी समय लेगा। उसे अंडर-19 वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उसे घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेलना होगा। 4 दिन के मैच में अच्छा करना होगा। हम उसे समय दे सकते हैं। उसमें प्रतिभा है, यह हम पहले ही देख चुके हैं।’
सचिन तेंदुलकर से वैभव सूर्यवंशी की तुलना को राजू सही नहीं मानते। उन्होंने भारत के लिए खेलने से पहले सचिन तेंदुलकर के घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन का खास तौर पर जिक्र किया।
राजू ने कहा, 'यह निरंतरता पर निर्भर करता है...सचिन ने रणजी ट्रॉफी के डेब्यू मैच में शतक जड़ा। दलीप ट्रॉफी के डेब्यू मैच में शतक जड़ा। शेष भारत के लिए शतक जड़ा (इरानी ट्रॉफी 1989 के अपने पहले मैच में भी सचिन तेंदुलकर ने सेंचुरी ठोकी थी)।' उन्होंने कहा कि वैभव सूर्यवंशी को प्रयाप्त समय देना चाहिए कि वह घरेलू क्रिकेट खेलें और अच्छा प्रदर्शन करें।