कोहली 50 साल की उम्र में भी खेलेगा...विव रिचर्ड्स के दावे में क्यों है दम? सचिन पर हजम नहीं हुई ये बात
- विव रिचर्ड्स ने विराट कोहली को लेकर एक दमदार दावा किया है। उनका मानना है कि कोहली 50 साल की उम्र में भी खेल सकते हैं। हालांकि, रिचर्ड्स ने कोहली की सचिन तेंदुलकर से तुलना हजम नहीं की।

वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर सर विव रिचर्ड्स ने रविवार को कहा कि विराट कोहली का जुझारू जज्बा, ऊर्जा और जुनून उन्हें क्रिकेट के ‘महानतम’ और ‘सर्वश्रेष्ठ’ खिलाड़ियों के वर्ग में रखता है। कोहली की लगन और खेल के प्रति जुनून के लंबे समय से प्रशंसक रहे रिचर्ड्स ने मैदान पर अपने प्रदर्शन के जरिए आलोचकों का मुंह बंद करने के लिए भारतीय बल्लेबाज की सराहना की।
'कोहली इसलिए महानतम के वर्ग में'
‘इंटरनेशनल मास्टर लीग’ (आईएमएल) की संचालन परिषद के सदस्य रिचर्ड्स ने वर्चुअल बातचीत के दौरान कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह वास्तव में हम सभी के सवालों का जवाब देता है। वनडे विश्व कप से पहले वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा था लेकिन फिर उन्होंने शानदार फॉर्म में वापसी की। इसलिए हम जिसके बारे में बात कर रहे थे, यह उस जज्बे का सच्चा प्रमाण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए ही मैं उन्हें सर्वश्रेष्ठ और महानतम के वर्ग में रखता हूं। आपको हर दफा ऐसे खिलाड़ी नहीं मिलते जो फॉर्म में नहीं होने के बाद वापसी कर सकें। उनका जुझारू जज्बा, ऊर्जा और अच्छा प्रदर्शन करने का जुनून उन्हें सबसे अलग बनाता है।’’
'हमेशा अपनी मौजूदगी दिखाते रहते हैं'
रिचर्ड्स ने कहा कि अगर वह अब भी खेल रहे होते तो वह मैदान पर कोहली की ऊर्जा से खेलना पसंद करते। रिचर्ड्स ने कहा, ‘‘उनकी ऊर्जा उनके जुनून को दर्शाती है। वह हर समय खेल में अपनी भागीदारी से आपको दर्शाते रहते हैं। उनके अंदर इसके लिए जुनून है। वह हमेशा मैदान पर अपनी मौजूदगी दिखाते रहते हैं, वह इस तरह से शानदार खिलाड़ी हैं।’’ जब उनसे उनकी पसंद के बल्लेबाजों के बारे में पूछा गया तो वेस्टइंडीज के इस पूर्व कप्तान ने कहा कि कोहली उन्हें खुद की याद दिलाते हैं।
'कोहली 50 की उम्र में खेल सकता है'
उन्होंने कहा, ‘‘बहुत सारे बल्लेबाज हैं, पहले आपके पास सचिन तेंदुलकर जैसे क्रिकेटर थे जो अब संन्यास ले चुके हैं। लेकिन मौजूदा समय में विराट कोहली। वह मुझे खुद की याद दिलाते हैं। जो हिम्मत करता है और जीतता है। वह खुद पर भरोसा करता है, हर वक्त 120 प्रतिशत आश्वस्त रहता है और जब भी आक्रामक होने की जरूरत होती है और विरोधियों का सामना करने की जरूरत होती है तो आपको ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत होती है।’’ रिचर्ड्स ने कहा कि कोहली की फिटनेस और भूख को देखते हुए वह लंबे समय तक वनडे में खेल सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको एक बात बताता हूं, वह जिस तरह के हैं और जिस तरह से फिट रहते हैं और जिस तरह से वह अभी भी खेल के प्रति बहुत जुनूनी है तो आप कुछ नहीं कह सकते, वह 50 साल की उम्र में भी खेल सकता है।’’
सचिन से तुलना नहीं हुई हजम
रिचर्ड्स ने कहा, ‘‘आप कुछ नहीं कह सकते। लेकिन यह देखना शानदार है। उन्होंने हाल में दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ 100 रन बनाए तो इससे पता चलता है कि वह अब भी अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं।’’ उन्होंने हालांकि कोहली की तुलना तेंदुलकर से करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं तुलना में विश्वास नहीं रखता। हमें इस बात के लिए आभारी होना चाहिए कि हर कोई जिस दौर से गुजरा होगा, उस दौर में इन खिलाड़ियों को देखने वाले लोगों को लगा होगा कि उन्होंने कुछ बहुत अच्छे खिलाड़ियों को खेलते हुए देखा है।’’ रिचर्ड्स ने कहा, ‘‘मैं कभी तुलना नहीं करूंगा। उन्होंने उस समय अपने देश के लिए खेलते हुए अपना काम किया। और हमें उस समय की सराहना करनी चाहिए।
रोहित शर्मा को रखना चाहिए संयम
उन्होंने कहा कि भारत को अपने कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म को लेकर संयम रखना चाहिए जो अपने फॉर्म में उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपको उन्हें मौके देने होंगे। वह भले ही पिछले कुछ समय में विफल हो गए होंगे। हमें इंतजार करना चाहिए। और देखना चाहिए कि टीम सेमीफाइनल में कब पहुंचती है और जब आप सेमीफाइनल में पहुंचेंगे तो आप फाइनल में पहुंचने की उम्मीद कर रहे होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अब भी लगता है कि रोहित एक शानदार खिलाड़ी हैं। खिलाड़ी बुरे दौर से गुजरते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह इससे कितनी अच्छी तरह से निकलता है और अगर वह इससे निकलता है तो निश्चित रूप से वह बेहतर होगा।’’