शासक नहीं, संरक्षक: सीएम सुक्खु ने दिखाई मानवीयता, बिछड़े बच्चे को परिजनों से मिलाया
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने मानवीय व्यवहार और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए एक रोते हुए मासूम बच्चे को उसके माता-पिता से मिलवाया। यह वाकया रात करीब साढ़े नौ से दस बजे के बीच का है जब मुख्यमंत्री अपनी दैनिक चहलकदमी पर थे।

पर्यटन नगरी शिमला के ऐतिहासिक मॉल रोड पर शुक्रवार देर शाम एक भावुक दृश्य देखने को मिला जब मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने मानवीय व्यवहार और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए एक रोते हुए मासूम बच्चे को उसके माता-पिता से मिलवाया। यह वाकया रात करीब साढ़े नौ से दस बजे के बीच का है जब मुख्यमंत्री अपनी दैनिक चहलकदमी पर थे।
मुख्यमंत्री जब मॉल रोड पर टहल रहे थे तभी उन्होंने देखा कि एक छोटा बच्चा, जिसकी उम्र लगभग छह से सात वर्ष रही होगी, सड़क किनारे रो रहा था। बच्चे की हालत देख मुख्यमंत्री तुरंत उसके पास पहुंचे और उससे बड़े स्नेह से पूछा कि वह क्यों रो रहा है। बातचीत में पता चला कि वह अपने माता-पिता से बिछड़ गया है। यह बच्चा एक पर्यटक परिवार से संबंध रखता था, जो बाहरी राज्य से शिमला घूमने आया था। मॉल रोड पर भारी भीड़ के बीच यह बच्चा अपने माता-पिता से अलग हो गया और घबराकर रोने लगा।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने बच्चे को संभाला, उसे प्यार दिया और आश्वासन दिया कि वह उसके माता-पिता से उसे मिलवाएंगे। एक जिम्मेदार अभिभावक की तरह उन्होंने बच्चे को शांत कराने के लिए अपने स्टाफ से पानी मंगवाया और चॉकलेट भी दिलवाई। कुछ ही देर में बच्चा थोड़ा सामान्य हुआ तो मुख्यमंत्री ने उससे माता-पिता का नाम और मोबाइल नंबर पूछा। सौभाग्यवश बच्चे को अपनी मां का मोबाइल नंबर याद था। मुख्यमंत्री ने तुरंत संबंधित नंबर पर कॉल किया और बच्चे की बात उसकी मां से करवाई।
बच्चे की मां फोन पर बेटे की आवाज सुनते ही भावुक हो गईं और पति के साथ मौके पर पहुंचीं। मुख्यमंत्री के स्टाफ़ ने औपचारिक जांच-पड़ताल की और जब पुष्टि हो गई कि यही उसके असली अभिभावक हैं तो बच्चे को उन्हें सौंप दिया गया।
इस घटनाक्रम के दौरान मॉल रोड पर मौजूद पर्यटकों की भीड़ जमा हो गई। लोग इस मानवीय पहल को देख भावविभोर हो उठे। उन्होंने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि एक राज्य का मुखिया अगर इतने आत्मीय और संवेदनशील भाव से आम जनता के दुःख-दर्द को समझता है तो वह वाकई लोगों के दिलों में राज करता है। एक पर्यटक ने कहा कि हमने आज जो देखा, वह किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं था। मुख्यमंत्री का ऐसा रूप बहुत कम देखने को मिलता है।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों शिमला में पर्यटन सीजन अपने चरम पर है। प्रदेशभर से ही नहीं बल्कि देशभर से बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंच रहे हैं। मॉल रोड, रिज मैदान और अन्य प्रमुख स्थानों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। इस कारण आए दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है।
मुख्यमंत्री सुक्खू पहले भी कई मौकों पर अपनी सादगी और मानवीय व्यवहार के लिए चर्चा में रह चुके हैं। चाहे प्राकृतिक आपदाएं हों, लोगों से संवाद हो या आम जनसमस्याएं, वह हमेशा मौके पर जाकर खुद स्थिति का जायजा लेने और राहत देने में आगे रहते हैं।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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