हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना इन दिनों एक बिल को लेकर चर्चा में हैं। दरअसल, उन्होंने होली के मौके पर एक पार्टी आयोजित की थी जिसका बिल 1.22 लाख रुपए आया है। उन्होंने सरकार को इसका भुगतान करने को कहा है।
हिमाचल प्रदेश के 78वें स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंबा जिले की जनजातीय पांगी घाटी के किलाड़ में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के दौरान कर्मचारियों को 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाने की सौगात दी।
हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कड़े लेकिन जरूरी फैसले लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि ये फैसले भले ही अभी कड़वे लग रहे हों,लेकिन भविष्य में ये आंवले की तरह मीठे साबित होंगे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए तैयार है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि वह इस केस के लिए किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है। सीएम ने भाजपा पर विमल नेगी की मौत से जुड़े मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सोमवार को प्रदेश विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया। इस बजट में उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने, किसानों को राहत देने और युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
मंदिरों से दान लेने वाले विवाद के बाद अब सुक्खू सरकार एक और आदेश के चलते आलोचनाओं से घिर गई है। एक आधिकारिक पत्र के अनुसार, हिमाचल की स्कूलों में होने वाले जादू के शो से होने वाली कमाई का 30 फीसदी सीएम राहत कोष में डालने को कहा गया।
हिमाचल के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर सरकारी योजनाओं के लिए मंदिरों से पैसे मांगने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का विरोध और हिंदू विरोधी बयान देने वाली सुक्खू सरकार अब मंदिरों से पैसा मांगकर सरकारी योजनाएं चलाना चाहती है।
हिमाचल प्रदेश में स्थित मणिकरण हिंदू और सिख दोनों के लिए पवित्र तीर्थ स्थल है। यहां प्राकृतिक रूप से गर्म पानी का एक झरना बहता है जिसे ट्रांसफर करने का प्रस्ताव रखा गया है। यह कुल्लू जिले की पार्वती घाटी में 4 किलोमीटर दूर स्थित लोकप्रिय पर्यटन स्थल कसोल में है।
हिमाचल प्रदेश में अब यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) लागू करने की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है। प्रशासनिक स्तर पर इस प्रस्ताव पर गहन मंथन शुरू हो चुका है और इसे जल्द ही कैबिनेट की बैठक में प्रस्तुत किए जाने की संभावना है।