पाकिस्तान के बाद अब चीन के पिछलग्गू बन गए मोहम्मद यूनुस, बोल रहे ड्रैगन की बोली
- बयान में कहा गया कि बांग्लादेश ने एक-चीन सिद्धांत के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र कानूनी सरकार है और ताइवान चीन के क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है।

बांग्लादेश सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में हिंदुओं के खिलाफ जमकर हिंसा हुई। कई लोगों की जान चली गई। इससे दोनों देशों के बीच संबंध में खटास आ गई। अब यूनुस भारत के पड़ोसियों से रिश्ते बेहतर करने में लग गए हैं। पहले पाक से बेहतर रिश्ते करने के बाद अब यूनुस चीन के पिछलग्गू बन गए हैं। इन दिनों वे चीन की यात्रा पर हैं और इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते भी हो गए हैं। बांग्लादेश ने चीन की भाषा बोलते हुए ताइवान पर बड़ा बयान दिया है। कहा है कि बांग्लादेश ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध करता है।
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रेस विंग ने एक बयान में कहा है कि बांग्लादेश और चीन ने शुक्रवार को आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर एक समझौते और क्लासिक्स के अनुवाद और उत्पादन, सांस्कृतिक विरासत, समाचार विनिमय, मीडिया, खेल और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सहयोग पर आठ समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस की चीन यात्रा के दौरान बीजिंग में इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। मुहम्मद यूनुस ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की और दोनों पक्षों ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसमें कहा गया है कि इसके अलावा, निवेश पर औपचारिक वार्ता शुरू करने, चीन औद्योगिक आर्थिक क्षेत्र की शुरुआत की घोषणा, मोंगला बंदरगाह के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए एक वाणिज्यिक समझौते पर हस्ताक्षर, एक रोबोट फिजियोथेरेपी और पुनर्वास केंद्र का निर्माण और एक हृदय शल्य चिकित्सा वाहन के दान पर पांच घोषणाएं की गईं।"
बांग्लादेश ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध करता है
बयान में आगे कहा गया, “बांग्लादेश ने एक-चीन सिद्धांत के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र कानूनी सरकार है और ताइवान चीन के क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है। बांग्लादेश ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध करता है। बांग्लादेश चीन के मूल हितों से संबंधित मुद्दों पर चीन का समर्थन करता है और अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए चीन के प्रयासों का समर्थन करता है।”
चीन के साथ काम करने की व्यक्त की इच्छा
इसके अलावा, बांग्लादेश ने चीनी आर्थिक और औद्योगिक क्षेत्र (सीईआईजेड) को और विकसित करने के लिए चीन के साथ मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की। बांग्लादेश मोंगला बंदरगाह सुविधाओं के आधुनिकीकरण और विस्तार परियोजना में भाग लेने के लिए चीनी कंपनियों का स्वागत करता है, और चटगांव में चीनी आर्थिक और औद्योगिक क्षेत्र (सीईआईजेड) को और विकसित करने के लिए चीनी पक्ष के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।"
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।