क्रिकेटर शाकिब अल हसन की संपत्ति जब्त करेगी बांग्लादेश सरकार, शेख हसीना से कनेक्शन की मिली सजा?
- शाकिब अल हसन का नाम उस समय सुर्खियों में आया जब 2024 में बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर छात्र आंदोलन शुरू हुए।
बांग्लादेश के मशहूर क्रिकेटर शाकिब अल हसन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। बांग्लादेश की एक अदालत ने शाकिब की संपत्ति जब्त करने का आदेश जारी किया है। मामला एक चेक बाउंस से जुड़ा है, लेकिन यह कार्रवाई शाकिब के पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी पार्टी अवामी लीग के प्रति वफादारी से जुड़ी बताई जा रही है। दरअसल शाकिब न केवल बांग्लादेश के एक महान क्रिकेटर हैं बल्कि शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग से सांसद भी रह चुके हैं। वे पिछले कुछ समय से कानूनी और राजनीतिक विवादों में घिरे हुए हैं।
शाकिब अल हसन पर क्यों हुई कार्रवाई?
शाकिब अल हसन का नाम उस समय सुर्खियों में आया जब 2024 में बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर छात्र आंदोलन शुरू हुए। इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके परिणामस्वरूप 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा। वह वर्तमान में भारत में निर्वासन में हैं। शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद उनकी पार्टी अवामी लीग और उससे जुड़े लोगों पर कार्रवाई का सिलसिला शुरू हुआ। सांसद शाकिब भी इसकी चपेट में आ गए।
हत्या का मामला और चेक बाउंस विवाद
2024 में शेख हसीना सरकार के खिलाफ आंदोलन के दौरान एक छात्र की हत्या के मामले में शाकिब का नाम 147 लोगों के साथ एक एफआईआर में शामिल किया गया था। यह आरोप तब लगा जब शाकिब देश में मौजूद भी नहीं थे और कनाडा में एक टी-20 लीग में हिस्सा ले रहे थे। फिर भी, इस मामले ने उनके खिलाफ माहौल को और गरम कर दिया। इसके बाद जनवरी 2025 में एक नया मोड़ आया जब बांग्लादेश की एक अदालत ने उनके खिलाफ चेक बाउंस के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया। यह मामला इंटरनेशनल फाइनेंस इन्वेस्टमेंट एंड कॉमर्स (IFIC) बैंक द्वारा दर्ज कराया गया था, जिसमें शाकिब पर करोड़ों रुपये (300,000 डॉलर) के चेक बाउंस का आरोप लगा। जनवरी में अदालत द्वारा शाकिब की गिरफ्तारी का वारंट जारी किए जाने के बाद अब राजधानी ढाका के एक मजिस्ट्रेट ने सोमवार को संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया।
अवामी लीग से नजदीकी बनी मुसीबत
माना जा रहा है कि यह कदम शाकिब के शेख हसीना और अवामी लीग से पुराने संबंधों को लेकर उठाया गया है। शाकिब ने 7 जनवरी 2024 के चुनाव में अवामी लीग के टिकट पर जीत हासिल की थी और सांसद बने थे। लेकिन सरकार के पतन के बाद से वह बांग्लादेश नहीं लौटे हैं और वर्तमान में अमेरिका में रह रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति और अवामी लीग से नजदीकी को उनकी संपत्ति जब्त करने के फैसले का आधार माना जा रहा है।
क्रिकेट करियर पर असर
शाकिब अल हसन बांग्लादेश के सबसे बड़े क्रिकेट सितारों में से एक हैं। उन्होंने 71 टेस्ट, 247 वनडे और 129 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में देश का प्रतिनिधित्व किया है और कुल 712 विकेट लिए हैं। हालांकि, पिछले साल उनके गेंदबाजी एक्शन को संदिग्ध पाया गया था, जिसके बाद उन्हें दो बार टेस्ट से गुजरना पड़ा, लेकिन वह क्लीन चिट नहीं पा सके। इसके चलते उन्हें 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बांग्लादेश टीम में जगह नहीं मिली। अब संपत्ति जब्ती के इस नए विवाद ने उनके करियर और निजी जीवन पर और सवाल खड़े कर दिए हैं।
शेख हसीना कनेक्शन और सजा
शाकिब का शेख हसीना से कनेक्शन उनकी राजनीतिक पारी का हिस्सा रहा है। वह अवामी लीग के सक्रिय सदस्य थे और शेख हसीना के नेतृत्व में सरकार का हिस्सा बने थे। लेकिन हसीना सरकार के खिलाफ जनाक्रोश और उसके बाद सत्ता परिवर्तन ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं। अंतरिम सरकार, जिसका नेतृत्व नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं, ने अवामी लीग से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। शाकिब की संपत्ति जब्ती को इसी नीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसे उनके शेख हसीना से संबंधों की "सजा" के रूप में देखा जा रहा है।
आगे क्या?
शाकिब अल हसन इस समय बांग्लादेश से बाहर हैं और उनके देश लौटने की संभावना कम नजर आती है। उनकी संपत्ति जब्त होने से उनकी आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है। साथ ही, क्रिकेट करियर पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने पहले उन्हें सुरक्षा का भरोसा देकर देश लौटने की अपील की थी, लेकिन अब तक वह वापस नहीं आए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि शाकिब इस स्थिति से कैसे निपटते हैं और क्या वह कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए कोई कदम उठाते हैं।
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