इतिहास के सबसे बड़े लुटेरे; इजरायली संसद में नेतन्याहू सरकार के खिलाफ हल्ला-बोल, खूब हंगामा
- इजरायली संसद में विपक्ष ने बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के खिलाफ अपनी तीखी टिप्पणियों में उन्हें देश के इतिहास में सबसे बड़ा लुटेरा करार दिया। दरअसल, संसद में बजट पेश किया जा रहा था।

इजरायली संसद में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ विपक्ष ने जमकर हमला बोला है। विपक्षी नेता यायर लापिद ने सरकार के खिलाफ अपनी तीखी टिप्पणियों में इसे "देश के इतिहास में सबसे बड़ा लुटेरा" करार दिया। उनका कहना था कि सरकार मध्यवर्ग का पैसा और भविष्य चुरा रही है, जो कामकाजी लोग हैं, वे टैक्स देते हैं, सेना में भर्ती होते हैं और अपने देश की सेवा करते हैं, उनका शोषण किया जा रहा है। संसद में हंगामा तब हुआ, जब नेतन्याहू सरकार ने देश का बजट पेश किया।
आप ठग, चोरों के साथी- विपक्ष का नेतन्याहू पर हमला
विपक्षी नेता यायर लापिद ने नेतन्याहू की सरकार पर मध्यवर्ग का अपमान करने का आरोप लगाया है और पहले किए गए अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि बजट विधेयक "देश के इतिहास में सबसे बड़ा डकैती" है। लापिद ने कहा, "आपके शासक ठग हैं और चोरों के साथी हैं, जो सभी उपहारों के लिए लालची हैं।" एक किताब का उद्धरण देते हुए आगे कहा, "वे अनाथों का मामला नहीं सुनते और विधवाओं का मामला कभी उनके पास नहीं पहुंचता।"
विपक्ष का हंगामा क्यों
लापिद ने आगे कहा कि सरकार "इजरायली मध्यवर्ग, उत्पादक जनता, जो काम करती है, टैक्स देती है, सेना में भर्ती होती है, जिनके बच्चे सेना में भर्ती होते हैं, उनका पैसा और भविष्य चुरा रही है।" उन्होंने कहा, “एक सामान्य देश में, युद्ध के दौरान, आर्थिक संकट के दौरान, सरकार के पास शिक्षा मंत्रालय में दो मंत्री, वित्त मंत्रालय में दो मंत्री, रक्षा मंत्रालय में दो मंत्री नहीं होते।”
क्या-क्या आरोप
लापिद ने कहा, "एक सामान्य बजट कामकाजी लोगों से, जिसमें न्यूनतम वेतन पाने वाले लोग भी शामिल हैं, 1.3 बिलियन शेकेल की पुनर्वास लाभ की राशि नहीं लेता, जिनमें वे लोग शामिल हैं जिन्होंने इस साल 200 दिन की रिजर्व ड्यूटी की है और इसे सीधे उन लोगों के जेब में नहीं डालता जो काम नहीं करते और सेना में भर्ती नहीं होते।"
उन्होंने कहा, "एक सामान्य बजट, युद्ध के दौरान, पिछले साल आपने जो 8 बिलियन शेकेल कोलिशन फंड में ट्रांसफर किए थे, उसमें 5 बिलियन शेकेल और जोड़ता नहीं है। क्योंकि लोग यहां मारे जा रहे हैं, घायल हो रहे हैं, क्योंकि मध्यवर्ग ढह रहा है, क्योंकि आपने शर्म पूरी तरह से खो दी है।" लापिद ने जोर देकर कहा कि "सरकार को नागरिकों की परवाह नहीं है।" बल्कि "यह आपके मूल्यों को तुच्छ समझती है, यह आपके प्रयासों को खुले तौर पर कमतर करती है, यह आपके लिए काम नहीं करती, यह सिर्फ आपको शोषित करती है।"
नेतन्याहू सरकार क्या बोली
उधर, नेतन्याहू के साथी और फाइनेंस मिनिस्टर बेज़लेल स्मोट्रिच ने ड्यूटी बजट को 'जिम्मेदार और संतुलित' बताया। स्मोट्रिच ने 2025 राज्य बजट को "जिम्मेदार और संतुलित" बताते हुए इसे "विकास का समर्थन करने और इजरायली अर्थव्यवस्था को अपनी शक्ति बनाए रखने और समृद्धि जारी रखने" के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, "यह एक युद्ध बजट है और भगवान की कृपा से, यह विजय बजट भी होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "यह बजट सुंदर इजरायल की कहानी है। इजरायल जो अपनी सभी शक्तियों को एकत्र कर रहा है – और दुर्भाग्यवश, इसे अपने सर्वोत्तम बेटों और बेटियों की जान देकर भी इसकी सुरक्षा के लिए भुगतान करना पड़ा है। और हम यहां उनका समर्थन करने, मदद करने और उन्हें सहेजने के लिए हैं।"
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