बुरा फंसा पाकिस्तान, सिंधु वाले झटके के बाद पानी को तरस रहा, बाढ़ की टेंशन अलग
डेली वॉटर सिच्युएशन रिपोर्ट के हवाले से बताया जा रहा है कि इस साल 16 जून को इंडस रिवर सिस्टम से पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 1.33 लाख क्यूजेक पानी छोड़ा गया था। जबकि, पिछले साल इस दिन यह आंकड़ा 1.6 लाख क्यूजेक था।

सिंधु नदी समझौते को लेकर भारत के फैसले का असर पाकिस्तान पर साफ नजर आ रहा है। खबर है कि कम पानी छोड़े जाने के चलते पड़ोसी मुल्क में फसलों की बुवाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है। फिलहाल, इसे लेकर पाकिस्तान सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में डेली वॉटर सिच्युएशन रिपोर्ट के हवाले से बताया जा रहा है कि इस साल 16 जून को इंडस रिवर सिस्टम से पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 1.33 लाख क्यूजेक पानी छोड़ा गया था। जबकि, पिछले साल इस दिन यह आंकड़ा 1.6 लाख क्यूजेक था। इस लिहाज से संख्या में 16.87 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। यह रिपोर्ट पाकिस्तान सरकार की IRSA यानी इंडस रिवर सिस्टम अथॉरिटी ने जारी की है।
खबर है कि पंजाब प्रांत में भी बीते साल 16 जून को 1.29 लाख क्यूजेक पानी छोड़ा गया था। जबकि, 2025 में आंकड़ा 1.26 लाख क्यूजेक है। रिपोर्ट में इस बात के भी संकेत दिए गए हैं कि पाकिस्तान में सिंधु जल प्रणाली से जुड़ी नदियों और जलाशयों में कम पानी बचा है। यह ऐसे समय पर हो रहा है, जब मुल्क में खरीफ फसलों की बुवाई चल रही है।
इसके चलते पाकिस्तान के किसानों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में मॉनसून की एंट्री में भी दो सप्ताह का समय बाकी है। खास बात है कि जब भारत ने समझौता स्थगित किया, तो इंडस रिवर सिस्टम से जुड़ी नदियों के जलस्तर के बारे में भी पाकिस्तान को जानकारी देना बंद कर दिया गया था। अब अगर इन नदियों में जलस्तर बढ़ता है, तो निचले क्षेत्र वाला पाकिस्तान मुश्किलों से घिर सकता है।
पहलगाम के जवाब में रोका पानी
22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 सैलानियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इन आतंकवादियों के तार पाकिस्तान से जोड़े जा रहे थे। इसके जवाब में भारत ने सिंधु जल समझौता स्थगित कर दिया था। वहीं, 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था।
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