International media made fun of Pakistan press conference showed fake pictures instead of evidence स्कूल का फेल प्रोजेक्ट; इंटरनेशनल मीडिया ने की भारत और पाकिस्तान प्रेस ब्रीफिंग की तुलना, International Hindi News - Hindustan
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स्कूल का फेल प्रोजेक्ट; इंटरनेशनल मीडिया ने की भारत और पाकिस्तान प्रेस ब्रीफिंग की तुलना

India pakistan tension: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने प्रेस ब्रीफिंग दी। इंटरनेशल मीडिया ने भारतीय प्रेस कॉन्फ्रेंस को जहां सटीक और तथ्यात्मक बताया वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी प्रेस कॉन्फ्रेंस को किसी स्कूल का फेल प्रोजेक्ट बताया।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानMon, 12 May 2025 03:52 PM
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स्कूल का फेल प्रोजेक्ट; इंटरनेशनल मीडिया ने की भारत और पाकिस्तान प्रेस ब्रीफिंग की तुलना

भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन के तनाव के बाद सीजफायर लागू हो गया है। दोनों ही देशों की सेनाओं की तरफ से इस लड़ाई में हुई हानि और लक्ष्यों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। भारत की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैन्य अधिकारियों ने जहां बिल्कुल सटीक और तथ्यात्मक तरीके से रखीं। वहीं इसके जवाब में पाकिस्तान की तरफ से भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। दोनों देशों की तरफ से की गई इन प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर इंटरनेशल मीडिया में भी काफी चर्चा हुई। भारतीय प्रेस कॉन्फ्रेंस को जहां सभी ने बेहतर और तथ्यात्मक बताया तो वहीं पाकिस्तानी प्रेस कॉन्फ्रेंस को मजाक उड़ाया गया।

ऑस्ट्रेलियाई न्यूज आउटलेट स्काई न्यूज ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए दोनों देशों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच का अंतर और लोगों के इस पर रिएक्शन को दिखाया। इस वीडियो में बताया गया कि कैसे भारत की तरफ से गई प्रेस कॉन्फ्रेंस जहां सटीक और पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित थी। भारतीय सेना ने अपने उद्देश्यों अपने लक्ष्यों के पहले और बाद की तस्वीरों यहां तक की उस हमले में मारे गए आतंकियों के नामों तक को साफ किया। इतना ही नहीं सेना ने यह भी साफ किया कि कैसे उसके हथियारों ने केवल सटीक जानकारी के बाद ही आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।

पाकिस्तानी प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात करते हुए कहा गया कि पाकिस्तानी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना की तरफ से न तो कोई तथ्यात्मक बात पेश की गई और न ही कोई सबूत दिखाए गए। उनकी पूरी कॉन्फ्रेंस केवल सोशल मीडिया जारी तस्वीरों या फिर वहां चल रहे झूठ या दावों के आधार पर ही तैयार की गई। इतना ही नहीं पाकिस्तान की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस को और भी ज्यादा बढ़ाकर दिखाने के लिए भारतीय मीडिया आउटलेट्स की क्लिप्स को काट-काट कर दिखाया गया। वह यह भूल गए की संघर्ष के समय पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट्स का हाल भी यही था। इस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान ने भारत के कई एयर बेस को नुकसान पहुंचाने का दावा किया लेकिन सबूत के नाम पर उनके पास कुछ नहीं था।

इन दोनों प्रेस कॉन्फ्रेंस को देखने के बाद आउट लेट ने भारतीय प्रेस कॉन्फ्रेंस के सामने पाकिस्तानी प्रेस कॉन्फ्रेंस को किसी स्कूल के फेल किए गए प्रोजेक्ट के समान बताया गया।

आपको बता दें कि पाकिस्तान की गई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतंकी राउफ को भी मासूम मौलवी की तरह दिखाने की कोशिश की गई। यह वही राउफ हैं जिसको संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित करके रखा है।

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