पाकिस्तान में सेना बनाम सरकार का नया खेल, आसिम मलिक की एंट्री से कैसे बदला गेम
पंजाबी मूल के आसिम मलिक के पिता गुलाम मोहम्मद मलिक भी सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रहे थे। आसिम मलिक को लेकर पाकिस्तान में चर्चाएं हैं कि उन्हें इमरान खान को अपदस्थ करने का इनाम मिला है। दरअसल इमरान के करीबी रहे पूर्व आईएसआई चीफ फैज हमीद के खिलाफ चल रहे एक केस की निगरानी आसिम मलिक के पास ही थी।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कभी भी सैन्य कार्रवाई भारत की तरफ से की जा सकती है। इस बीच पाकिस्तान में एक बड़ा सैन्य परिवर्तन हुआ है। अब तक आईएसआई के चीफ रहे लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद आसिम मलिक को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बना दिया गया है। यह पद 2022 से ही खाली था, जिसे आसिम मलिक को कमान देकर भरा गया है। यही नहीं लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मलिक का कद इस कदर बढ़ गया है कि वह आईएसआई के चीफ भी बने रहेंगे और सुरक्षा के मामलों में भी उनका पूरा दखल रहेगा। इस लिहाज से उनका राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनना अहम है और इससे सेना की पकड़ पाकिस्तान पर और मजबूत होगी।
पंजाबी मूल के आसिम मलिक के पिता गुलाम मोहम्मद मलिक भी सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रहे थे। आसिम मलिक को लेकर पाकिस्तान में चर्चाएं हैं कि उन्हें इमरान खान को अपदस्थ करने का इनाम मिला है। दरअसल इमरान खान के करीबी रहे पूर्व आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के खिलाफ चल रहे एक केस की निगरानी आसिम मलिक के पास ही थी। इस मामले को इमरान खान को सत्ता से हटाने की एक अहम कड़ी के तौर पर देखा जाता था। यह 2022 की बात है, तब आसिम मलिक ने रावलपिंडी स्थिति सेना के मुख्यालय में तैनात थे। यही नहीं 9 मई को इमरान खान समर्थकों के प्रदर्शन के दौरान जो हिंसा हुई थी और फिर उसकी जांच हुई, उसकी भी निगरानी आसिम मलिक के पास ही है।
इस तरह आसिम मलिक के पास ही इमरान खान की लगाम है। यदि इमरान खान जेल से निकलते हैं या फिर उनके खिलाफ सख्ती और बढ़ती है तो उसका फैसला करने वाले अहम लोगों में आसिम मलिक होंगे। माना जा रहा है कि आसिम मलिक को इसी का इनाम मिला है और वह सेना में काफी ताकतवर बन गए हैं। पाकिस्तान के सैन्य सूत्र तो उन्हें अगले आर्मी चीफ के तौर पर भी देखते हैं। इस तरह आसिम मलिक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनने का असर भारत पर कम बल्कि पाकिस्तान पर ही ज्यादा दिखेगा। पंजाब के सरगोधा जिले के रहने वाले आसिम मलिक की जड़ें सेना में गहरी हैं। वह 1989 में पाक सेना की बलोच रेजिमेंट का हिस्सा बने थे।
आसिम मलिक ने बलूचिस्तान यूनिवर्सिटी से 1999 में बीएससी किया था। इसके बाद वह अमेरिका भी पढ़े थे। ब्रिटेन के रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज से भी डिग्री ले चुके हैं। यही नहीं पाकिस्तान की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से उनकी पीएचडी भी है। ऐसा पहली बार है, जब पाकिस्तान में आईएसआई का चीफ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी होगा। उन्हें 23 सितंबर 2024 को आईएसआई का डीजी बनाया गया था। उन्होंने नदीम अंजुम की जगह ली थी। लेकिन अब बीते एक साल के अंदर ही उनके कद में बड़ा इजाफा हुआ है।
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