वॉशिंगटन में आज होगा पाकिस्तान पर बड़ा फैसला, कर्ज पर IMF की मीटिंग; विरोध में भारत
वॉशिंगटन में आज पाकिस्तान को लेकर बड़ा फैसला होने वाला है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की आज मीटिंग होनी है, जिसमें पाकिस्तान को कर्ज देने पर भी बात होगी। इस बीच भारत का कहना है कि पाकिस्तान को लोन नहीं मिलना चाहिए। उसकी ओर से यही मांग मीटिंग के दौरान रखी जाएगी।

भारत के साथ जंग के बीच पाकिस्तान की हालत पतली हो गई है। आर्थिक हालत इतनी खराब है कि उसकी इकनॉमिक विंग ने एक ट्वीट कर वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ जैसी संस्थाओं और मित्र देशों से कर्ज तक की मांग रख दी। ट्वीट में कहा गया कि जंग के चलते हमारी स्थिति कमजोर हुई है और ऐसी स्थिति में हमें कर्ज की जरूरत है। इस बीच वॉशिंगटन में आज पाकिस्तान को लेकर बड़ा फैसला होने वाला है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की आज मीटिंग होनी है, जिसमें पाकिस्तान को कर्ज देने पर भी बात होगी। इस बीच भारत का कहना है कि पाकिस्तान को लोन नहीं मिलना चाहिए। उसकी ओर से यही मांग मीटिंग के दौरान रखी जाएगी।
भारत ने आईएमएफ से पहले ही कह दिया है कि पाकिस्तान को खुले हाथ से लोन न दिया जाए। वह ऐसा मुल्क है, जो आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। ऐसे में उसे आर्थिक मदद देना आतंकवाद को सहारा देने जैसा है। दरअसल पाकिस्तान के लिए यह स्थिति आगे कुआँ और पीछे खाई वाली बन गई है। यदि पाकिस्तान आर्थिक तंगी में जंग से पीछे हटा तो घर में बदनाम होगा और यदि जंग जारी रखी तो आर्थिक संकट बढ़ता जाएगा। पाकिस्तान पर चीन, अमेरिका, सऊदी अरब जैसे देशों का बड़ा भारी कर्ज है। इसके अलावा आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक से भी वह लगातार बेलआउट पैकेज ले रहा है। 2024 में पाकिस्तान का कुल कर्ज 130 अरब डॉलर के पार चला गया था। इसमें से 20 फीसदी कर्ज अकेले चीन का ही उस पर बकाया है।
यह संकट कितना बड़ा है। इसका अंदाजा सिर्फ ऐसे लग सकता है कि उसका विदेशी मुद्रा भंडार महज 15 अरब डॉलर का है, जबकि लोन 130 अरब डॉलर है। उसके पास मौजूदा विदेशी मु्द्रा भंडार सिर्फ इतना है कि तीन महीने तक सामान आयात कर सके। इस संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान ने आईएमएफ से सितंबर 2024 में बेलआउट पैकेज ले लिया था। उसे 7 अरब डॉलर का लोन मिला था। इसकी मदद से हालात कुछ संभल ही रहे थे कि उसने भारत से जंग छेड़ दी है।
बेलआउट पैकेज से मिली थी राहत, पर फिर जंग ने बढ़ा दी आफत
अप्रैल में ही आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पाकिस्तान अब प्राकृतिक आपदाओं, बाहरी दबावों और महंगाई से निपटने लगा है। ऐसे में इसके बीच फिर से कर्ज का संकट खड़ा होना उसके लिए मुश्किल भरी बात है। इस तरह पाकिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था ने रेंगना शुरू ही किया था कि अब जंग उसे घुटनों पर ला सकती है। ऐसे में आज वॉशिंगटन में होने वाली मीटिंग पर पाकिस्तान से लेकर भारत तक सभी की निगाहें रहेंगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।