उड़ाया रावलपिंडी स्टेडियम, लाहौर में मचा हाहाकार; शहबाज के मंत्री बजा रहे झूठ की डुगडुगी
भारत ने जवाबी हमले में रावलपिंडी का स्टेडियम तबाह कर दिया है। साथ ही लाहौर का HQ-9 सिस्टम भी खाक में मिला दिया गया है। पाकिस्तान में हलचल मची है लेकिन शहबाज शरीफ के मंत्री अब भी पुरानी वीडियो दिखाकर अपनी अवाम को गुमराह कर रहे हैं।

भारतीय फौज की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान की जमीन थरथरा उठी है, लेकिन इस तबाही के बीच भी पाकिस्तान के मंत्री अब भी झूठ और प्रोपेगंडे की डुगडुगी बजा रहे हैं। गुरुवार सुबह भारतीय ड्रोन हमले में रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम को निशाना बनाया गया, जहां पीएमएल मुकाबला होना था। वहीं लाहौर में पाकिस्तान का HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम भी पूरी तरह खाक कर दिया गया। ये वही डिफेंस सिस्टम था जिस पर पाकिस्तान चीन के सहारे गुमान करता था।
मगर शहबाज शरीफ के मंत्री अत्ताउल्लाह तरार टीवी कैमरों के सामने खड़े होकर निहायत ही बेशर्मी से यह दावा कर रहे हैं कि भारत ने 'सफेद झंडा' लहराकर हार मान ली। यह बयान तब आया जब हकीकत ये है कि जिसका वीडियो दिखाया जा रहा है, वो 2019 का है, और उसमें भी सफेद झंडा दिखाने वाला खुद पाकिस्तानी जवान था। अपने ही पुराने जख्मों को ताजा करके शहबाज शरीफ सरकार अपनी जनता को बेवकूफ बनाने में लगी है।
झूठी डुगडुगी बजा रहे शहबाज के मंत्री
तरार ने ये भी कहा कि पाकिस्तान ने 5 भारतीय लड़ाकू विमान गिराए, 50 भारतीय सैनिक मारे और 25 इजरायली ड्रोन भी मार गिराए। लेकिन न इनके पास कोई सबूत है, न सैटेलाइट इमेज, और न ही कोई तटस्थ रिपोर्ट। सब कुछ हवाहवाई बातें है। यानी जुमलेबाजी। खुद पाकिस्तान की सेना ISPR ने भी मान लिया है कि भारत के हमलों में उनका काफी नुकसान हुआ है।
भारत सरकार ने साफ कहा है कि यह हमला पाकिस्तान की ओर से की गई घुसपैठ और नागरिक इलाकों पर हमले के जवाब में किया गया है। भारत ने वही भाषा अपनाई जो पाकिस्तान समझता है, यानी तोप के जवाब में तोप, मिसाइल के जवाब में मिसाइल। लाहौर का HQ-9 सिस्टम ‘मेड इन चाइना’ था, जिसकी पोल अब पूरी दुनिया के सामने खुल चुकी है। रावलपिंडी, लाहौर, अटॉक, बहावलपुर, कराची हर तरफ भारतीय ड्रोन और मिसाइलों ने पाकिस्तान की नींव हिला दी है, और शहबाज सरकार के मंत्री अभी भी वाहियात जुमलों से जंग जीतने का सपना देख रहे हैं।
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