तुर्की में दो घंटे देरी से मिले रूस और यूक्रेन, शांति वार्ता में ये हुआ तय; कौन झुका-कौन अड़ा
तुर्की में रूस और यूक्रेन के बीच मीटिंग तय समय से दो घंटा देरी से शुरु हुई। करीब एक घंटा चली इस बैठक में कुछ मुद्दों पर दोनों देशों ने सहमति जताई है।

Russia-Ukraine Peace Talks: यूक्रेन के रूस में भीषण ड्रोन अटैक के एक दिन बाद दोनों दुश्मन देशों का प्रतिनिधिमंडल तुर्की के इस्तांबुल में आमने-सामने हुआ। सोमवार को रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता करीब दो घंटे देरी से शुरू हुई, करीब एक घंटे चली इस बातचीत में युद्धविराम या युद्ध समाप्ति को लेकर कोई ठोस समझौता नहीं हुआ, लेकिन कुछ मानवीय मुद्दों पर अहम पहल जरूर हुई है।
किन मुद्दों पर सहमति
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बताया कि दोनों पक्षों ने तुर्की के माध्यम से दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया है और युद्धबंदियों की एक नई अदला-बदली की तैयारी हो रही है। इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता के दौरान दोनों देशों ने 6,000-6,000 सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर सहमति जताई है। इससे पहले 16 मई को हुई बातचीत में भी 1000-1000 कैदियों का आदान-प्रदान हुआ था।
इसके अलावा, दोनों पक्षों ने गंभीर रूप से घायल और 25 वर्ष से कम आयु के युद्धबंदियों की अदला-बदली पर भी सहमति व्यक्त की है। यूक्रेन ने रूस से उन बच्चों की वापसी की भी मांग की है, जिन्हें कथित रूप से जबरन रूस ले जाया गया था।
हमलों के बीच बातचीत
एक दिन पहले यूक्रेन ने रूस के कम से कम चार एयरबेसों पर बड़ा ड्रोन हमला किया था, जिसमें करीब 40 से ज्यादा लड़ाकू विमान नष्ट हो गए। यूक्रेनी सुरक्षा एजेंसी प्रमुख वासिल मलियुक ने इस हमले को “रूस की सैन्य शक्ति पर करारा तमाचा” बताया। वहीं, जेलेंस्की ने इसे “इतिहास में दर्ज होने वाला शानदार ऑपरेशन” कहा।
इस हमले में रूस की रणनीतिक बमवर्षक विमानों की एक-तिहाई से अधिक क्षमता प्रभावित हुई है। जबकि रूस ने रविवार को यूक्रेन पर 472 ड्रोन दागे—जो 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
तुर्की में दूसरी बार आमने-सामने
इस्तांबुल के ओटोमन काल के सिरेगन पैलेस में हुई इस बैठक में दोनों देशों के प्रतिनिधि आमने-सामने बैठे। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने की, जबकि रूसी दल का नेतृत्व राष्ट्रपति पुतिन के सलाहकार व्लादिमीर मेदिन्स्की ने किया। बैठक में तुर्की के विदेश मंत्री हाकान फिदान भी मौजूद रहे।
बैठक में युद्धबंदियों की रिहाई के अलावा यूक्रेन ने रूस को उन बच्चों की सूची भी सौंपी जिन्हें जबरन रूस भेजा गया है और जिनकी वापसी की मांग की जा रही है।
क्या रूस बातचीत के लिए तैयार?
यूक्रेन का मानना है कि उसके हालिया सटीक और दूरगामी हमलों ने रूस को बातचीत की मेज पर आने के लिए मजबूर किया है। जेलेंस्की ने कहा, “रूस को अपनी क्षति का एहसास होना चाहिए, यही उसे कूटनीति की ओर धकेलेगा।” हालांकि, अमेरिका स्थित थिंक टैंक इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर का कहना है कि रूस बातचीत को सिर्फ लंबा खींचना चाहता है ताकि युद्धक्षेत्र में और बढ़त बना सके।
जमीनी हालात अब भी गंभीर
इस बीच, यूक्रेन के खेरसोन और ज़पोरीझिया क्षेत्रों में रूसी हमलों में आठ नागरिकों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। वहीं रूस ने दावा किया है कि उसने रात भर में 162 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए।
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