दूसरी दुनिया में जीवन के संकेत! इस ग्रह के रहस्यों ने वैज्ञानिकों को चौंकाया
वैज्ञानिकों को धरती से मिलते-जुलते ग्रह में जीवन के संकेत मिले हैं। इसने एलियन या दूसरी दुनिया में जीवन के संकेतों को बल दिया है। यह अब तक के सबसे संभावित जीवनधारी ग्रहों में से एक है।

क्या पृथ्वी के अलावा भी किसी और ग्रह में जीवन है? वैज्ञानिक इस दावे से कभी इनकार तो नहीं करते, लेकिन इतने सालों की खोज के बाद भी पुख्ता सबूत नहीं मिल पाए हैं। इस बार वैज्ञानिकों को पृथ्वी से 124 प्रकाश वर्ष दूर स्थित K2-18b ग्रह पर जीवन के संकेत मिले हैं। इन संकेतों ने एलियन के दावों को और मजबूत किया है। हालिया अध्ययन में कहा गया है कि इस ग्रह के वायुमंडल में ऐसे अणु मिले हैं, जो पृथ्वी पर केवल जैविक गतिविधियों के जरिए ही बनते हैं। लेकिन वैज्ञानिकों का एक कुनबा इस दावे को खारिज करता है। उन्होंने अध्ययन में प्रयुक्त आंकड़े और मॉडल को गलत बताया है।
दरअसल, अप्रैल में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक डॉ. निक्कु मधुसूदन के नेतृत्व में प्रकाशित शोध में दावा किया गया था कि डायमेथिल सल्फाइड (DMS) और डायमेथिल डायसल्फाइड (DMDS) जैसे अणु K2-18b की वायुमंडल में मौजूद हैं। पृथ्वी पर ये अणु मुख्य रूप से सूक्ष्मजीवों द्वारा उत्पन्न होते हैं और इन्हें जीवन के संभावित संकेतक यानी बायोसिग्नेचर माना जाता है।
एलियन के दावों पर वैज्ञानिकों में मतभेद
हालांकि, अमेरिका के एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी, मैरीलैंड यूनिवर्सिटी और शिकागो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन की समीक्षा के बाद इसे "अपूर्ण" और "पूर्वनियोजित मॉडलिंग" पर आधारित बताया। डॉ. लुइस वेलबैंक्स, डॉ. राफेल लुके और माइकल झांग सहित विशेषज्ञों ने बताया कि डेटा में अत्यधिक "शोर" था और विश्लेषण में अन्य संभावित रासायनिक अणुओं को शामिल नहीं किया गया। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि अप्रैल के अध्ययन में ग्रह का तापमान अचानक 26 डिग्री सेल्सियस से बढ़कर 148 डिग्री सेल्सियस तक बताया गया, जो इसकी संभावित जीवन-योग्यता पर सवाल खड़ा करता है।
डॉ. वेलबैंक्स ने कहा, “जब हमने अन्य संभावित अणुओं को अपने मॉडल में शामिल किया, तो DMS और DMDS के संकेत पूरी तरह गायब हो गए। इससे साफ है कि पहले किए गए दावे बहुत मजबूत नहीं थे।” वहीं दूसरी ओर, डॉ. मधुसूदन ने अपने दावे को पूरी तरह खारिज नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यह अध्ययन "संकेत मात्र" देता है, कोई ठोस प्रमाण नहीं। उन्होंने अब 650 अणुओं पर आधारित एक नया शोधपत्र भी प्रस्तुत किया है, जिसे समीक्षा के लिए भेजा गया है। इस पूरी बहस के बीच, वैज्ञानिक इस बात पर सहमत हुए हैं कि K2-18b पर शोध जारी हेगा, क्योंकि यह अब तक के सबसे संभावित जीवनधारी ग्रहों में से एक है।
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