30 दिन में 22000 सैनिक मरे और 1100 टैंक तबाह; यूक्रेन पर भारी पड़ रही रूस से जंग
- रूस से जंग यूक्रेन के लिए दिन प्रतिदिन भारी पड़ती जा रही है। मार्च के महीने में यूक्रेन के 22000 सैनिक मारे गए और 1100 से अधिक युद्धक वाहन गंवा दिए।

रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में मार्च का महीना यूक्रेनी सेना के लिए भारी साबित हुआ। रूसी सशस्त्र बलों ने लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक की सीमा पर युद्ध के दौरान 22000 यूक्रेनी सैनिकों और विदेशी भाड़े के लड़ाकों को मार डाला। यह संख्या फरवरी की तुलना में लगभग 13 गुना ज्यादा है। फरवरी में रूस से जंग में यूक्रेन के 1800 सैनिक मारे गए। इतना ही नहीं यूक्रेन ने 1100 से अधिक युद्धक वाहन भी गंवा दिए।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ने सैन्य विशेषज्ञ आंद्रेई मारोचको के हवाले से कहा कि मार्च के दौरान यूक्रेनी सेना ने प्रतिरोध जारी रखा, यही नहीं यूक्रेन ने रूसी सीमा में कई बार घुसपैठ की, लेकिन रूसी सेना ने यूक्रेन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को मुक्त कराया। यहां जंग के दौरान रूस के कितने सैनिक मारे गए, इसका उल्लेख नहीं किया गया है।
रूसी सेना का आक्रामक रुख
मारोचको के अनुसार, मार्च में रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी रक्षा प्रणाली में गहराई तक प्रवेश किया और संपर्क रेखा पर अपनी स्थिति मजबूत की। रूसी रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए उन्होंने बताया कि मार्च में रूस की "बैटलग्रुप नॉर्थ" ने सबसे अधिक दुश्मन बलों का सफाया किया।
युद्ध में यूक्रेन को भारी नुकसान
रूसी सेना ने मार्च महीने में यूक्रेन की 52 टैंकों, 2 RAK-SA-12 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम, 338 फील्ड आर्टिलरी गनों, 63 इलेक्ट्रॉनिक एवं काउंटर-बैटरी युद्धक स्टेशनों, 94 गोला-बारूद डिपो और 2 ईंधन डिपो को नष्ट कर दिया। इसके अलावा 1100 से अधिक विभिन्न युद्धक वाहन भी तबाह किए गए।
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