पहले ड्रेस का मजाक, फिर अपमान और ताने! जेलेंस्की पर ट्रंप की टिप्पणी पर यूक्रेनी सैनिकों में आक्रोश
- शुक्रवार को वाशिंगटन डीसी में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जेलेंस्की का अपमान किए जाने को लेकर यूक्रेनी सैनिकों के जबरदस्त गुस्सा और नाराजगी है। सैनिकों ने कहा कि पहले ड्रेस का मजाक बनाया, फिर अपमान और सिर्फ ताने।

वाशिंगटन डीसी में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच हुई तनावपूर्ण बैठक के दौरान ट्रंप की टिप्पणी से यूक्रेनी सैनिकों में जबरदस्त नाराजगी है। यूक्रेनी सेना के एक ड्रोन पायलट डिमको झलुकतेन्को का कहना है कि ट्रंप द्वारा जेलेंस्की पर अमेरिकी सैन्य सहायता के लिए पर्याप्त आभार न प्रकट करने का आरोप लगाना अपमानजनक था। उन्होंने कहा कि हमारे नेता का अपमान हमारा अपमान है। यह नहीं होना चाहिए था। हमारे राष्ट्रपति ने साबित किया कि वो अमेरिका की कठपुतली नहीं हैं। सैनिक का कहना था कि हमें फर्क नहीं पड़ता, आगे क्या होगा? लेकिन अगर हम शांत हुए तो रूस हमारे शहरों को नष्ट कर देगा।
शुक्रवार को ओवल ऑफिस में हुई बैठक के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की को असम्मानजनक बताया, जबकि ट्रंप ने उन्हें विश्व युद्ध तीन के साथ जुआ खेलने की चेतावनी दी।
हमारे लिए यह अपमानजनक था
यूक्रेन की सेना में ड्रोन विशेषज्ञ डिमको झलुकतेन्को ने कहा कि यह पूरी बातचीत यूक्रेन के सैनिकों और नागरिकों के लिए अपमानजनक थी। उन्होंने कहा, "मुख्य बात यह थी कि यह हमारे लिए अपमानजनक था कि यह चर्चा बिना किसी ठोस विषय के आगे बढ़ी। न ही शांति समझौते पर चर्चा हुई और न ही खनिज समझौते पर, बल्कि केवल जेलेंस्की की पोशाक और उनके आभार व्यक्त करने के तरीके को लेकर मजाक उड़ाया गया।"
हम कोई कठपुतली नहीं
झलुकतेन्को ने अपने राष्ट्रपति की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने देश के हितों की रक्षा की और यह साबित किया कि "हम अमेरिका की कोई कठपुतली नहीं हैं।" डिमको झलुकतेन्को ने युद्ध के पहले ढाई साल के दौरान देशभर में राहत सामग्री वितरित करने में सहायता की है। उनका दावा है कि उन्होंने अब तक तीन मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.3 मिलियन पाउंड) की राशि क्राउडफंडिंग के जरिए जुटाई है। पिछले साल उन्होंने यूक्रेनी सशस्त्र बलों की 'अनमैन्ड सिस्टम्स फोर्स' (ड्रोन युद्ध विशेषज्ञ इकाई) में शामिल होने का फैसला किया।
अपने रिश्तेदार और दोस्तों को खोया
झलुकतेन्को ने कहा कि उन्होंने इस युद्ध में अपने कई दोस्तों और अपने चाचा को खो दिया है, लेकिन वह संघर्ष जारी रखेंगे। वो कहते हैं, "मैं अपने उन दोस्तों और परिवार के लिए लड़ रहा हूं जो रूस के हमलों में मारे गए। इस साल मैंने कई दोस्तों को खो दिया। मैंने अपने चाचा को भी पोक्रोवस्क के पास युद्ध में खो दिया। मैंने अपने कई साथियों को लविव के सैन्य कब्रिस्तान में दफन किया है। यह बहुत अन्यायपूर्ण है।"
हम लड़ाई जारी रखेंगे
उन्होंने आगे कहा, "कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या होता है, हम लड़ाई जारी रखेंगे। क्योंकि यदि हम ऐसा नहीं करते, तो हमारे शहर नष्ट हो जाएंगे।" युद्ध के शुरुआती महीनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि तब यूक्रेनी जनता के मन में बहुत अनिश्चितता थी कि क्या देश इस हमले का सामना कर सकेगा या नहीं। उन्होंने कहा, "पहले कुछ महीनों में यह बहुत बड़ा संकट था। हर किसी के जीवन में भय और असुरक्षा थी।"
यूक्रेनियों को अब इस युद्ध की आदत
उन्होंने कहा कि यूक्रेनी लोगों ने युद्ध को अपने जीवन का एक हिस्सा बना लिया है। "अब हमें हवाई हमलों, बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन हमलों की आदत हो गई है। हम अब इस नए सामान्य जीवन के साथ जीना सीख गए हैं। कुछ पल के लिए हम रूसी बैलिस्टिक मिसाइलों के नीचे होते हैं और फिर भी 20 मिनट बाद बाहर जाकर कॉफी का आनंद लेते हैं।"
जब तक युद्ध चलेगा, मैं लड़ता रहूंगा
लविव स्थित यूक्रेनी कैथोलिक विश्वविद्यालय से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स कर रहे झलुकतेन्को ने कहा कि जब तक युद्ध चलता रहेगा, वह देश की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे। "हम यूक्रेनी हैं और हम अपनी मातृभूमि की रक्षा करना नहीं छोड़ेंगे।"
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