अमेरिकी मिसाइलों से यमन की धरती खून से लाल, 45 दिन में 123 मौतें; हूतियों पर बेरहम ट्रंप
- डोनाल्ड ट्रंप यमन में हूतियों के खात्मे की कसम खा चुके हैं। यमन में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट है कि मार्च महीने से अब तक अमेरिकी हवाई हमलों में मारे गए लोगों की संख्या 123 पार हो गई है।

दुनिया की महाशक्ति अमेरिका की मिसाइलें अब यमन में आम लोगों के सीने चीर रही हैं, अस्पतालों से कारखानों तक हर जगह मातम पसरा है। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल शुरू होने के बाद से यमन में किए जा रहे हवाई हमलों ने अब तक कम से कम 123 लोगों की जान ले ली है, जिनमें अधिकांश आम नागरिक हैं। यमन की राजधानी सना से स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि इन हमलों में 247 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
रविवार को सना प्रांत के एक सिरेमिक कारखाने पर अमेरिकी मिसाइल हमला हुआ, जिसमें 6 लोगों की मौत और 30 घायल हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अमेरिका पर नागरिक ढांचे और औद्योगिक इकाइयों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
ट्रंप ने खाई है हूतियों के खात्मे की कसम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि हूती विद्रोहियों को पूरी तरह से खत्म किया जाएगा और अमेरिका के दैनिक हवाई हमले जारी रहेंगे। अमेरिका का कहना है कि ये हमले हूती लड़ाकों को रेड सी और इजरायल पर हमलों से रोकने के लिए किए जा रहे हैं।
हालांकि, हूती गुट का कहना है कि वे फिलिस्तीन के समर्थन में तब तक संघर्ष जारी रखेंगे जब तक इजरायल गाजा में युद्ध और नाकाबंदी को समाप्त नहीं करता। हूतियों ने दावा किया कि उन्होंने इज़रायल पर दो मिसाइलें दागीं और इज़रायली तट पर एक ड्रोन हमला भी किया। इससे यरुशलम और तेल अवीव में सायरन बजने लगे। हालांकि, इजरायली सेना ने कहा कि एक मिसाइल को इंटरसेप्ट कर लिया गया।
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