ईरान-इजरायल युद्ध की आग भड़की, क्या अमेरिका भी जंग में कूदेगा? ट्रंप ने दिया बड़ा संकेत
इजरायल ने सबसे पहले ईरान के सैन्य और न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाया। जवाब में ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार कर दी। अमेरिका ने इस युद्ध में अभी तक इजरायल को डिफेंसिव मदद दी है, लेकिन क्या अमेरिका इस जंग में कूदेगा?

Israel Iran War: इस वक्त मध्य पूर्व जल रहा है और पूरी दुनिया सांस रोककर देख रही है। एक तरफ ईरान की मिसाइलें आसमान चीर रही हैं, दूसरी तरफ इजरायल की वॉर मशीन गरज रही है। लेकिन क्या दो देशों के बीच यह युद्ध तीसरे विश्व युद्ध की आहट है? इस सवाल का जवाब अमेरिका के अगले कदम पर है। क्या अगली चाल दुनिया की सबसे बड़ी ताकत अमेरिका चलेगा? अब तक अमेरिका ने खुद को किनारे रखा है, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए बयान ने बहुत कुछ स्पष्ट कर दिया है। ट्रंप ने एबीसी चैनल को दिए इंटरव्यू में बता दिया कि अमेरिका का अगला कदम क्या होने वाला है। उन्होंने बता दिया कि क्या अमेरिका इस युद्ध की आग में घी डालने का काम करेगा या शांति की दिशा में पानी छिड़केगा?
इजरायल ने सबसे पहले ईरान के सैन्य और न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाया। जवाब में ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार कर दी। इस टकराव ने एक नई भयानक शक्ल ले ली है। ईरान और इज़रायल के बीच युद्ध में अब तक भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, ईरान में लगभग 300 से 400 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 14 परमाणु वैज्ञानिक, कई सैन्य अधिकारी, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एक इमारत ढहने से अकेले 60 लोग मारे गए, जिनमें 29 बच्चे थे। वहीं, इज़रायल में ईरानी मिसाइल हमलों में 14 से 24 लोगों की जान गई है और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। यह टकराव अब सिर्फ सैन्य नहीं रहा, बल्कि आम नागरिक भी इसकी सबसे बड़ी कीमत चुका रहे हैं।
अमेरिका क्या करेगा
अमेरिका ने इस युद्ध में अभी तक इजरायल को डिफेंसिव मदद दी है – जैसे ईरान की मिसाइलों को इंटरसेप्ट करना, लेकिन वो अब तक सीधा युद्ध में शामिल नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, इजरायल के पास ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारने का मौका था। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस योजना का विरोध किया। अमेरिकी प्रशासन ने इजरायल को साफ-साफ संदेश दिया – "नहीं, अभी नहीं!" हालांकि, इजरायली पीएम नेतन्याहू ने इस योजना के अस्तित्व से ही इनकार किया है।
ट्रंप ने बताया- युद्ध में अमेरिका का क्या रुख रहेगा
रविवार को ABC News को दिए इंटरव्यू में ट्रंप साफ कर दिया कि इस युद्ध में अमेरिका किस साइड रहेगा। उन्होंने कहा – "हम इसमें शामिल नहीं हैं। यह संभव है कि हमें शामिल होना पड़े। लेकिन इस वक्त हम युद्ध में नहीं हैं।" ट्रंप की बातों से अभी तक तो साफ है कि अमेरिका एक कदम पीछे है… लेकिन युद्ध के लिए उसके दरवाजा खुले हैं!
मध्य पूर्व की इस आग में अगर अमेरिका कूदता है, तो यह जंग केवल क्षेत्रीय नहीं, वैश्विक संकट बन सकती है।
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