Why is Donald Trump trying to contact North Korea leader Kim Jong Un भारत समेत पूरी दुनिया पर गरम, पर तानाशाह पर नरम; किम जोंग उन से मिलने को बेताब ट्रंप, International Hindi News - Hindustan
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भारत समेत पूरी दुनिया पर गरम, पर तानाशाह पर नरम; किम जोंग उन से मिलने को बेताब ट्रंप

  • डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि किम जोंग उन के साथ उनके अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा, 'बातचीत होनी चाहिए। मुझे लगता है कि यह बेहद जरूरी है।' उन्होंने कहा, 'एक बड़ा परमाणु देश है और वहां एक बहुत समझदार व्यक्ति है।'

Nisarg Dixit लाइव हिन्दुस्तानTue, 1 April 2025 12:10 PM
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भारत समेत पूरी दुनिया पर गरम, पर तानाशाह पर नरम; किम जोंग उन से मिलने को बेताब ट्रंप

दुनिया के कई बड़े देशों से टैरिफ वॉर में उलझे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नए दोस्त तलाशते नजर आ रहे हैं। खबर है कि वह जल्द ही उत्तर कोरिया के प्रमुख नेता किम जोंग उन से संपर्क साध सकते हैं। उन्होंने खुद ही इस योजना का ऐलान किया है। ट्रंप ने 2 अप्रैल से टैरिफ लागू करने की घोषणा की है। कहा जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर भारत और चीन समेत दर्जनों देशों पर पड़ सकता है।

टैरिफ वॉर के अलावा ट्रंप गाजा और ईरान पर भी सख्त रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कैदियों के मुद्दे पर फिलिस्तीनी समूह हमास को चेतावनी दी है। वहीं, परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान को भी बमबारी की धमकी दे रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने यमन पर विद्रोही समूह हूती पर भी अटैक किया।

ट्रंप का कहना है कि किम जोंग उन के साथ उनके अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा, 'बातचीत होनी चाहिए। मुझे लगता है कि यह बेहद जरूरी है।' उन्होंने कहा, 'एक बड़ा परमाणु देश है और वहां एक बहुत समझदार व्यक्ति है।'

उन्होंने कहा, 'किम जोंग उन के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं। आप लोगों को यह सुनकर बुरा लगेगा, लेकिन यह बहुत जरूरी है।' जब बातचीत को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'शायद किसी मौके पर' वह उत्तर कोरिया के साथ चर्चा कर सकते हैं।

खास बात है कि ट्रंप ने पहले कार्यकाल में किम जोंग उन से चर्चा के बाद अमेरिका-दक्षिण कोरिया के कई बड़े सैन्य अभ्यासों को खत्म कर दिया था।

हालांकि, उस दौरान चर्चाएं दोनों पक्षों की ओर से ही खत्म हो गई थीं, लेकिन अब दूसरे कार्यकाल में ट्रंप ने एक बार फिर उत्तर कोरिया से संपर्क साधने के संकेत दिए हैं।

क्या होगा असर

कहा जा रहा है कि ट्रंप के इस ऐलान का असर सबसे ज्यादा दक्षिण कोरिया पर पड़ सकता है। दक्षिण कोरिया की सुरक्षा मोर्चे पर चिंताएं बढ़ सकती हैं। इससे पहले भी दक्षिण कोरिया ने परमाणु से जुड़े ट्रंप के बयानों को तरजीह नहीं दी थी और कहा था कि इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि वह यानी ट्रंप उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को स्वीकार करते हैं।

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