भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड का डीपो लगने से राधानगर और चैनपुर का बदलने लगा नजारा
बदलता बोकारो-भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड का डीपो लगने से राधानगर और चैनपुर का बदलने लगा नजाराबदलता बोकारो-भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड का

बोकारो शहर से सटे राधानगर पंचायत और चैनपुर के बीच भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड का तेल डीपो खुलने से दोनों पंचायत क्षेत्र में रोजगार के साधन का नया द्वार खुल गया। जिस कारण इस गांव में जहां 10 वर्ष पूर्व आमलोगों के लिए सुविधा का अभाव था अब शहर और आसपास के इलाकों से भारी संख्या में लोगों के बसने से यह एक शहर का रूप ले रहा है। अब राधनगर और चैनपुर में जरूरत के सभी संसाधनों के अलावा यहां के युवाओ को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल रहा। किसी ने मजदूरी करना प्रारंभ किया तो किसी ने ठेकेदारी को अपना पेशा बनाया। किसी ने होटल तो किसी ने स्टेशनरी की दुकान संभल कर रोजगार करना आरंभ किया। कंपनी के अंदर की टावर लाइटे दूर तक रौशनी की छंटा बिखेरती है। शाम को जल्दी सोने वाला गांव अब देर शाम तक चहलकदमी करता है। मालवाहक वाहनों का काफिला दिन रात सड़कों पर दौड़ती है। दुकाने भी देर शाम तक खुलती है।
दस गुणा बढ़ी जमीन की कीमते - स्थानीय लोगों ने बताया कि बीपीसीएल के आने से इस क्षेत्र में जमीन की कीमतें दस गुणा से भी अधिक बढ़ गई। जिस जमीन की कीमत कल तक 10 से 15 हजार थी, आज उस जमीन की कीमत डेढ़ लाख से अधिक हो गई है। लोगों के रूझान भी राधानगर व चैनपुर की ओर होने लगा। कई नये लोगों ने अपना ठिकाना बना लिया। घर-मकान बना कर परिवार के साथ शिफ्ट कर गये। आबादी बढ़ी और चहल कदमी भी। विगत 6 वर्षों में इस क्षेत्र में खुब जमीने बिकी। बिल्डरों ने भी जमीनें खरीदी। प्लाटिंग कर भी जमीने बेची गई। चैनपुर और राधानगर पंचायत की दूरी पट गई।
सड़क का हुआ पुनर्निर्माण - एनएच 23 किनारे बसे श्यामपुर से बनसिमली, दुधीमाटी होकर चैनपुर तक सड़क का नये सिरे से निर्माण हुआ। वाहनों के आवागम की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई। गांव में शहरी हवा पानी का आवगमन तेजी से होने लगा। राधा गांव रेलवे स्टेशन के साथ बोकारो शहर जाने के लिए तीन-चार दिशा से सड़क मार्ग की सुविधा लोगों को इस क्षेत्र में आने व रूकने के लिए प्रेरित करती है। बीपीसीएल से बोकारो रेलवे स्टेशन की दूरी करीब 8 से किलोमीटर है। वहीं एनएच की दूरी करीब 6 किलोमीटर है।
क्या-क्या है शिकायतें
1. कंपनी लगने के बाद भी यहां के लोगों को समुचित रोजगार नहीं मिल सका।
2. सड़क पर मालवाहक वाहनों की संख्या के साथ सड़क दुर्घटना में भी इजाफा हुआ।
3. गांव में सड़क, बिजली सहित अन्य सुविधा बढ़ोत्तरी का जो सपना दिखाया था, पूरा नहीं हुआ।
4. सड़क किनारे भारी वाहनों के लगने से रस्ता में आवागमन में परेशानी होती है।
क्या-क्या खास
1. राधा गांव स्टेशन करीब है, जहां से रांची आदि आवागमन के लिए पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होता है।
2. रोजगार के संसाधन में बढ़ोत्तरी हुई। गांव व बाहर से आए लोगों द्वारा व्यापार की शुरूआत हुई।
3. रेलवे फाटक से चैनपुर तक का मुख्य मार्ग का पुनर्निर्माण होने से आवागम में सरल हुआ।
4. बोकारो शहर जाने के लिए सिजुआ, सतनपुर, सोनाबाद, बहादुरपुर होकर पक्की सड़क की व्यवस्था है।
5. गांव की आबो हवा में शहर के मुकाबले सामग्रियां सस्ती है। इसका भी लाभ मिलता है।
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