रोहिणी नक्षत्र शेष, मृगशिरा नक्षत्र शुरू
बेरमो में 8 जून को रोहिणी नक्षत्र समाप्त हुआ और सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर गया। इस वर्ष रोहिणी नक्षत्र के दौरान गर्मी कम रही और बारिश भी हुई। मृगशिरा नक्षत्र कृषि कार्यों के लिए महत्वपूर्ण...

बेरमो। रोहिणी नक्षत्र 8 जून को पूर्वाह्न 7. 26 बजे शेष हो गया और उसके साथ ही सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर गया। मृगशिरा नक्षत्र में सूर्य 22 जून तक रहेगा। रोहिणी नक्षत्र जो किसानो के बीच रोहण के नाम से और भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है, इस साल अपने नाम के अनुसार नहीं दिखाई दिया। पूरे दो सप्ताह तक शाम में आंधी-पानी के साथ बारिश होती रही। जबकि नौतपा में भीषण गर्मी नहीं पड़ी। किसानों का मानना है कि रोहिणी नक्षत्र में धरती तपना कृषि कार्य के लिए लाभकारी होता है और आगे अच्छी बारिश की संभावना बनी रहती है।
हालांकि किसानों के लिए मृगशिरा नक्षत्र कृषि कार्यों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्षा ऋतु का आरंभ इसी नक्षत्र से माना जाता है। बोकारो जिला में किसान भदई फसल के लिए मकई खेतों में जुताई की तैयारी में कहीं-कहीं जुट गए हैं। रोहिणी नक्षत्र में बारिश होने से मकई खेतों में इस साल काफी बड़े-बड़े घास हैं, जैसा पहले नहीं देखा जाता था।
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