ईचा डैम से प्रभावित क्षेत्रों में मौलिक अधिकारों का संरक्षण एवं सुविधाएं बहल हो: संघ
चाईबासा में ईचा खरकई बांध विरोधी संघ और मयूरभंज इकाई ने उपायुक्त हेमाकांत सोय को मांग पत्र सौंपा। ईचा डैम से कोल्हान के 87 गांव और मयूरभंज के 39 गांव प्रभावित हो रहे हैं। सरकार ने बिना मुआवजे के...
चाईबासा। ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान और नव गठित संघ की मयूरभंज इकाई के संयुक्त तत्वाधान मयूरभंज के उपायुक्त हेमाकांत सोय को मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में बताया गया कि ईचा डैम कोल्हान के ईचा ग्राम में बनने से कोल्हान के 87 गांव और मयूरभंज जिला अंतर्गत तिरिंग प्रखण्ड में कुल 39 गांव डूब से प्रभावित हो रहे हैं। उड़ीसा सरकार द्वारा बिना पूर्णवास एवं उचित मुआवजा दिए ही गांव में मौलिक अधिकार युक्त सुविधाएं बंद कर दी गई हैं। इसे पुनः बहल करते हुए सुविधाएं देने हेतु आग्रह किया गया। क्षेत्र में चल रहे जन आदोलन पर भी चर्चा हुई।
झारखंड उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर भी बाते हुई। झारखंड द्वारा जनजातीय परामर्शदातृ परिषद द्वारा ईचा डैम को पूर्व में रद्द करने की अनुशंसा ही की है। उपायुक्त ने बातों को गंभीरता से सुनने के बाद उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में बीर सिंह बिरुली,रेयांश सामड,सुरेश सोय, रविन्द्र अल्डा, घनश्याम कालुंडिया,चैतन्य बास्के,गुलाराम मुर्मू,सुंदर बास्के,सोनाराम मुर्मू,अजय कुमार पिंगुआ, सुर सिंह अल्डा, सेढ़ेगा अल्डा और समीर पिंगुवा शामिल थे।
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