मसूरिया में प्रकृति के पर्व सरहुल की धूम
मेहरमा में आदिवासियों का मुख्य पर्व सरहुल धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में मांदर की थाप पर नाचकर खुशियां मनाई। शोभायात्रा के बाद प्रकृति की पूजा की गई। झारखंड सरकार के कई मंत्रियों...

मेहरमा। प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत ईटहरी के गांव मसूरिया के खरवाहा मैदान पर आयोजित आदिवासियों का मुख्य पर्व सरहुल, बुधवार को पूरे धूमधाम से मनाया गया। इसमें आदिवासी महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सज धज कर मांदर की थाप पर नाच गाकर खुशियां मनाई। इसके पूर्व शोभायात्रा निकाली गई जो कार्य स्थल से शुरू होकर मसूरिया एवं इटहरी गांव का परिभ्रमण कर पुनः कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। प्रकृति प्रेमी आदिवासी इस पर्व में प्रकृति प्रदत्त सभी चीजों की पूजा करते हैं। जिसमें पेड़, पत्थर, हवा, पानी, धरती, सूर्य प्रमुख हैं। इन सभी की पूजा उनकी संस्कृति का हिस्सा है। ज्ञात हो कि प्रकृति के पर्व सरहुल को धूमधाम से मनाने हेतु पूर्व से तैयारी की गई थी। इसमें झारखंड सरकार के अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़ा, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चमरा लिंडा सहित अन्य कई मंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया था। जिसपर उन्होंने आने को हामी भी भरी थी। परंतु वह नहीं आ पाए। कार्यक्रम को सफल बनाने में बबलू कुजूर, नवनीत उरांव, अनिल लकड़ा, अमित एक्का, प्रवीण उरांव, प्रीतम किंडो की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।