शहर के सार्वजनिक स्थानों पर नहीं है पेयजल की व्यवस्था, खरीदकर पीते हैं लोग पानी
गोड्डा शहर में गर्मी के मौसम में लोगों को पेयजल की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। सार्वजनिक स्थलों पर पानी की व्यवस्था न होने से लोग बोतल बंद पानी खरीदने पर मजबूर हैं। कई वाटर एटीएम बंद पड़े हैं...

गोड्डा, एक प्रतिनिधि । भीषण गर्मी में लोगों को सर्वाधिक आवश्यकता पेयजल की होती है। अगर पानी ना मिले तो इंसान मजबूरन 15 - 20 रुपये लीटर बोतल बंद पानी खरीद कर पानी पिता है। गोड्डा शहर के सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल के लिए लोगों को भटकना पड़ता है या खरीद कर प्यास बुझानी पड़ती है। हाट बाजार, बस स्टैंड, प्रमुख चौक-चौराहे, बैंक, मॉल और शोरूम जैसे स्थानों पर पीने के पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। नगर परिषद द्वारा लगाए गए वाटर एटीएम अधिकांशत: बंद पड़े हैं, कुछ जलमीनार पानी दे रहे हैं लेकिन पीने योग्य नहीं है। जिससे आम जनता को गर्मी में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
शहर में हिंदुस्तान टीम द्वारा पेयजल आपूर्ति पर पड़ताल की गई। बस स्टैंड की पड़ताल में पाया गया कि वहां यात्रियों के लिए पेयजल की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। स्थानीय एक बस संचालक ने बताया कि रोजाना 100 से अधिक गाड़ियां यहां से चलती हैं। हजारों यात्री प्रतिदिन अपने गंतव्य की ओर आते-जाते हैं, लेकिन सभी को पानी खरीद कर पीना पड़ता है। प्रवेश द्वार के पास एक जल मीनार लगा हुआ है, जो कभी चलता है, कभी नहीं। वहीं परिसर के अंदर एक वाटर एटीएम काफी समय से लगा है, जो ठंडा पानी देने के लिए स्थापित किया गया था, लेकिन वह लंबे समय से खराब है और इसे ठीक करने की कोई पहल नहीं की गई। गोड्डा-भागलपुर मुख्य मार्ग पर पेयजल की कमी: गोड्डा शहरी क्षेत्र की पड़ताल में भी यह सामने आया कि अधिकांश सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। जैसे गोड्डा-भागलपुर मुख्य मार्ग पर कई मॉल और बड़े शोरूम हैं, जहां प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है। लेकिन इन स्थानों पर पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। यदि किसी को प्यास लगे, तो उसे पानी खरीद कर ही पीना पड़ता है। कहीं-कहीं पर चापाकल अवश्य नजर आते हैं, लेकिन उनका पानी पीने योग्य नहीं है। मुख्य बाजार में भी पेयजल की किल्लत: कारगिल चौक और गोड्डा-पीरपैंती मुख्य मार्ग की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। इस मार्ग पर भी बड़ी संख्या में लोग आते-जाते हैं। यहां कई बैंक, होटल, रेस्टोरेंट और मार्केट कॉम्प्लेक्स स्थित हैं। हाट परिसर भी इसी क्षेत्र में आता है। लेकिन पेयजल की समुचित व्यवस्था यहां भी नहीं है। लोगों को यहाँ भी बोतलबंद पानी खरीदकर ही अपनी प्यास बुझानी पड़ती है। वाटर एटीएम खराब : पड़ताल में यह भी सामने आया कि शहर में एक दर्जन से अधिक वाटर एटीएम लगाए गए हैं, लेकिन केवल 3-4 ही काम कर रहे हैं। ये वाटर एटीएम वर्ष 2024 में शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर आम जनता को ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लगाए गए थे। लेकिन एक साल के भीतर ही अधिकांश एटीएम खराब हो गए हैं। कहीं पानी की सप्लाई नहीं है, तो कहीं बिजली का कनेक्शन नहीं है। आसनबनी चौक, शिवपुर मंदिर, रौतारा चौक जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में वाटर एटीएम लगे तो हैं, लेकिन अब वे केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं। गर्मी में पेयजल व्यवस्था निश्चित करने के लिए शहर भर में विभिन्न स्थानों पर जल मीनार, वाटर एटीएम और चापाकल लगाए गए हैं। खराबी होने पर इन्हें तुरंत मरम्मत कराया जाता है। कुछ वाटर एटीएम खराब है, उनको भी ठीक करने की कवायद चल रही है। -रोहित कुमार गुप्ता, सिटी मैनेजर, नगर परिषद, गोड्डा
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