Tragic Car Accident Claims Three Lives of Family in Sariya Jharkhand सरिया में एक ही साथ मां, पिता व मासूम बेटे की निकली अर्थी, Gridih Hindi News - Hindustan
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सरिया में एक ही साथ मां, पिता व मासूम बेटे की निकली अर्थी

शनिवार को सरिया के छोटकी सरिया गांव से एक ही परिवार के तीन लोगों की अर्थी निकली। इस परिवार में पिता आशीष बर्णवाल, मां श्वेता बर्णवाल और 15 माह का बेटा अस्वत अयांश शामिल थे। ये सभी बगोदर-सरिया के...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहSat, 17 May 2025 04:43 PM
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सरिया में एक ही साथ मां, पिता व मासूम बेटे की निकली अर्थी

सरिया, प्रतिनिधि। शनिवार दोपहर सरिया के छोटकी सरिया गावं से एक ही परिवार के तीन लोगों की अर्थी निकली। यह परिवार गांव के लक्ष्मण मोदी का था। जिन तीन लोगों की अर्थी निकली, उसमें पिता आशीष बर्णवाल 30, मां श्वेता बर्णवाल 26 व 15 माह का मासूम बेटा अस्वत अयांश था। दरअसल, इन तीनों लोगों की मौत शुक्रवार देर रात बगोदर-सरिया के अम्बाडीह मोड़ के पास एक कार एक्सीडेंट में हो गई थी। ये लोग रांची से अपनी कार से सरिया होते हुए एक शादी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मरकच्चो जा रहे थे। दुर्भाग्यवश इनकी कार पेड़ से जा टकराई जिसमें तीनों लोगों को मौत ने अपने आगोश में ले लिया।

इनका पूरा परिवार रांची के लालपुर करमटोली में रहता है। आशीष वहां गल्ला दुकान चलाते थे जबकि वेलोग मूल रूप से सरिया के छोटकी सरिया निवासी हैं। मौत के बाद बगोदर ट्रामा सेंटर से तीनों के शवों को पैतृक घर लाया गया। घर में पहुंचते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। महिलाओं के चीखने-चिल्लाने ओर क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन हो गया था तो दूसरी और पूरे गांव में मातम पसर गया। चारों ओर इसी घटना की चर्चा हो रही थी। मृतक आशीष की मां बार-बार बेहोश हो जा रही थी। घर के अंदर बाहर ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई थी। फुफेरी साली के शादी में जा रहे थे मरकच्चों जानकारी के अनुसार आशीष बर्णवाल अपनी पत्नी श्वेता एवं 15 माह के बेटे के साथ अपनी फुफेरी साली की शादी में सरिया होते हुए मरकच्चो गांव जा रहे थे। लेकिन बगोदर सरिया के बीच यह हृदय विदारक घटना हो गई। इनके परिवार में पिता लक्ष्मण मोदी एवं मां के अलावा एक बड़े भाई व दो ब्याहता बहनें है। इनका परिवार 1977 में ही रांची चला गया था। वह वहां लालपुर करमटोली में घर व दुकान बनाकर गल्ले के व्यवसाय से जुड़ गए थे। मृतक आशीष का ससुराल गिरिडिह के झारखंडधाम के सलैया गांव में है। नजदीकी लोग बताते हैं कि आशीष ही इस परिवार का कर्ता धर्ता था। घटना के बाद पूरा परिवार को ऐसा लगता है कि सब कुछ छीन गया है।

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