चौपारण अस्पताल की खराब एम्बुलेंस, मरीजों की जोखिम में जान
चौपारण सामुदायिक अस्पताल में पिछले तीन वर्षों से एम्बुलेंस खराब है, जिससे मरीजों को निजी एम्बुलेंस पर निर्भर रहना पड़ता है। दनुआ घाटी में लगातार सड़क दुर्घटनाएँ हो रही हैं। विधायक मनोज कुमार यादव ने...

चौपारण, प्रतिनिधि। चौपारण सामुदायिक अस्पताल में पिछले तीन वर्षों से खराब पड़े एम्बुलेंस पर फिट बैठती है, जिसे पर्दे से ढक कर रखा गया है। चौपारण में प्रतिदिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएँ होती रहती हैं और दनुआ घाटी सड़क हादसों के लिए मशहूर है, जहां अक्सर दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। ऐसे में मरीजों को निजी एम्बुलेंस पर निर्भर रहना पड़ता है, जो अक्सर महंगी होती हैं और समय पर उपलब्ध नहीं होती हैं। आपदा मित्र की एम्बुलेंस पिछले तीन वर्षों से चौपारण के लोगों के लिए वरदान साबित हुई है। एम्बुलेंस चालक शक्ति दुर्घटनाग्रस्त लोगों को समय पर अस्पताल पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य भर में 108 एम्बुलेंस सेवा की बदहाली का मामला गुरुवार को विधानसभा में गूंजा। विधायक मनोज कुमार यादव ने सरकार का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस सेवा ठप रहने के कारण मरीजों, खासकर सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की जान जोखिम में है।विधायक ने कहा कि दनुआ घाटी में हर रोज सड़क हादसा हो रहे है। औसतन हर दो तीन दिन में लोगों की जान जा रही है। अस्पताल में अम्बुलेंस खराब है।
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