Street Lights in Katkamsandi Village Remain Useless Despite Heavy Investments गांव में लाखों की लागत से लगाई गई अधिकतर स्ट्रीट लाइट बेकार, Hazaribagh Hindi News - Hindustan
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गांव में लाखों की लागत से लगाई गई अधिकतर स्ट्रीट लाइट बेकार

कटकमसांडी में लाखों खर्च कर लगाए गए स्ट्रीट लाइट बेकार पड़ी हैं। 14वें वित्त आयोग के तहत अधिकांश लाइट खराब हो गई हैं, जबकि 15वें वित्त आयोग से नई लाइट लगाने की प्रक्रिया जारी है। ग्रामीणों ने खराब...

Newswrap हिन्दुस्तान, हजारीबागThu, 20 March 2025 02:34 AM
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गांव में लाखों की लागत से लगाई गई अधिकतर स्ट्रीट लाइट बेकार

कटकमसांडी। प्रतिनिधि लाखों खर्च कर गांव को उजाला करने के लिए लगाई गई स्ट्रीट लाइट अधिकतर बेकार पड़ा हुआ है बावजूद पंचायत में स्ट्रीट लाइट लगाने में राशि की खर्च की जा रही है । बताया जाता है कि 14 वित्त आयोग से लगाई गई अधिकतर स्ट्रीट लाइट लगने के बाद से ही खराब पड़ी है बावजूद 15वें वित्त आयोग से स्ट्रीट लाइट खरीद कर लगाने की प्रक्रिया जारी है जो लगते हैं कई बेकार हो गए हैं। पंचायत के गांव-गांव में लाखों रुपया खर्च कर इस योजना को साकार रूप देने के सपना आज बेकार साबित हो रहा है । गांव के प्रमुख स्थल धार्मिक स्थल चौक चौराहा मुख्य सड़क गली आदि स्थान पर लगाए गए स्ट्रीट लाइट केवल गांव का शोभा बढ़ा रहा है। हालांकि स्ट्रीट लाइट लगाने में भी कई गड़बड़ियां सामने आ रही है । ढौठवा पंचायत में 14वें वित्त आयोग से लगाए गए स्ट्रीट लाइट को खोल कर रख दिया गया है और फिर 15 वीं वित्त आयोग से स्ट्रीट लाइट लगा दिया गया है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व के कई लाइट जल रहे थे बावजूद उसको खोल करके कहां रखा गया है किसी को पता तक नहीं है। बताया जाता है कि स्ट्रीट लाइट लगाने में गांव के सरकार और सरकारी कर्मचारी को एक मोटी रकम कमीशन के तौर पर मिल जाती है , लिहाजा वह मरम्मत नहीं करा कर नए स्ट्रीट लाइट लगाने में ज्यादा ध्यान देते हैं । स्ट्रीट लाइट आपूर्ति करने वाले कंपनी ना तो उसके गुणवत्ता पर ध्यान देते हैं और ना ही उसकी मरम्मत करने आते हैं। लाइट आपूर्ति करने के बाद वह सभी गांव झांकने तक नहीं आते हैं । कटकमसांडी और कटकमदाग प्रखंड में इन दिनों 15 वें वित्त की राशि से नियम कानून को ताक पर रहकर पंचायत सचिवालय में पर्दा , कालीन ,और इनवाइटर लगाया जा रहा है । इनवाइटर बाजार मूल्य से अधिक का बील वोचर बनाकर फाईल में लगाया गया है । इस संबंध में 15 वें वित्त आयोग के प्रखंड समन्वयक का कहना है कि पंचायत सचिव और मुखिया इस मामले में खरीदारी करते हैं और बिल वाउचर केवल जमा किया जाता है । इधर रामनवमी जैसे मुख्य त्योहार में स्ट्रीट लाइट के खराब रहना किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है। ग्रामीण और अखाड़े धारियों ने जिला प्रशासन से सभी खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट को मरम्मत कर दुरुस्त करने की मांग की है ।

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