विश्व रक्तदाता दिवस : सूबे में सर्वाधिक रक्तदान और रक्तदाता जमशेदपुर में
जमशेदपुर में 2024-25 में 60025 यूनिट रक्तदान हुआ, जिसमें 58823 पुरुष और 1202 महिलाएँ शामिल थीं। 550 संस्थाएँ रक्तदान शिविर लगाती हैं। 63 वर्षीय एसके झा ने 173 बार रक्तदान किया है। यहां से अन्य जिलों...

सूबे में सबसे अधिक रक्तदाता जमशेदपुर में हैं और सबसे अधिक रक्तदान भी यहां होता है। यहां के रक्तदाताओं ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। पूर्वी सिंहभूम में करीब 550 छोटे-बड़े संस्थान रक्तदान शिविर लगाते हैं। 2024-25 में कुल 60025 यूनिट रक्तदान हुआ। कुल 58823 पुरुषों और 1202 महिलाओं ने रक्तदान किया। यहां से दूसरे जिलों को भी रक्त की सप्लाई होती। रक्त संग्रह में जमशेदपुर ब्लड बैंक का बड़ा योगदान है। रक्तदान में प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन (पीएसएफ), लोको ब्लूज, आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम जैसी संस्थाओं की भी सराहनीय भागीदारी होती है। 173 बार रक्तदान कर चुके हैं 63 वर्षीय एसके झा वृंदावन गार्डेन सोनारी निवासी टाटा स्टील के पूर्व मैनेजर रह चुके 63 वर्षीय एसके झा अबतक सर्वाधिक 173 बार रक्तदान कर चुके हैं।
वे 1981 में 19 वर्ष की उम्र से ही लगातार रक्तदान कर रहे हैं। उनकी पत्नी भी 25 बार रक्तदान कर चुकी हैं। वे बाहर भी जाते हैं तो वहां रक्तदान करते हैं। उनके अलावा जी चन्द्रशेखर राजू 143 बार, टी. दीपक 142, जयंत कुमार भुइयां 125 बार रक्तदान कर चुक हैं। वहीं, युवाओं में शतकवीर 40 वर्षीय कुमारेश हाजरा ने 127, 31 वर्षीय सार्थक अग्रवाल ने 108, 35 वर्षीय अजीत कुमार भगत ने 106 बार रक्तदान किया है। बारीडीह निवासी क्रांति (46) 12 अप्रैल 1997 से अबतक 104 बार रक्तदान कर चुके हैं। इंडिया बुक्स ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक्स ऑफ रिकार्ड और इंटनेशनल बुक्स ऑफ रिकार्ड में उनका नाम युवा शतकवीर रक्तदाता के रूप में दर्ज है। वे खड़गपुर से आकर रक्तदान करते हैं। पिछले वर्ष 2024 में विश्व रक्तदान दिवस पर झारखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी रांची की ओर से पब्लिक हेल्थ ऑडिटोरियम रांची में आयोजित समारोह में आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल के रिलीफ को-ऑर्डिनेटर सुनील आनंद की धर्मपत्नी आनंदमार्गी रूपा देवी को 1 वर्ष में ज्यादा रक्तदान करने के लिए सम्मानित किया गया। इनसे नहीं लिया जाता रिप्लेसमेंट यहां आने वाले थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, सिकल सेल एनीमिया के मरीजों को एक साल में 9000 यूनिट दिया गया है। इनलोगों से न तो रिप्लेसमेंट लिया जाता है न प्रोसेसिंग चार्ज लिया जाता है। 550 संस्थाएं लगाती हैं शिविर रेडक्रॉस सहित करीब 550 छोटी-बड़ी संस्थाएं रक्तदान शिविर लगाती हैं। इसमें 200 संस्थाएं ऐसी हैं, जो प्रत्येक शिविर में 50 या इससे अधिक यूनिट रक्त एकत्रित करती हैं। इनमें रेडक्रॉस के मानद सचिव ने बताया कि एक साल में 70-80 कैंप लगवाते हैं और करीब 10 यूनिट रक्त एकत्र कराते हैं। 15 नवंबर 2015 को स्थापित प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन (पीएसएफ) के प्रमुख अरिजीत सरकार ने बताया कि वर्ष भर उनकी टीम 30 बार रक्तदान शिविर लगाती है। 2024-25 में 112 शिविर लगा चुकी है। 9000 यूनिट से अधिक रक्त जमशेदपुर ब्लड सेंटर को सौंपा। संस्था ने 1600 सिंगल डोनर प्लेटलेट्स (एसडीपी) रक्तदान किया। सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल से भी एसडीपी रक्तदान अभियान चलाया। आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल के प्रमुख सुनील आनंद ने बताया कि प्रत्येक महीने के अंतिम शनिवार या रविवार को जमशेदपुर ब्लड बैंक में मासिक रक्तदान शिविर लगाया जाता है। इस संस्था द्वारा प्रत्येक रक्तदाता को पौधे भेंट किए जाते हैं, ताकि हरियाली भी फैले। जब भी जमशेदपुर ब्लड बैंक में किसी विशेष ब्लड ग्रुप की किल्लत होती है तो संस्था की ओर से विशेषकर उस ग्रुप का रक्तदान शिविर का आयोजन भी बीच-बीच में किया जाता है। खासकर ए प्लस, एबी प्लस, सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ती है तो संस्था के रक्तदाता सिंगल डोनर प्लेटलेट्स दानकर लोगों की जान बचाते हैं। महत्वपूर्ण बिंदू 57 शतकवीर जुड़े हैं जमशेदपुर ब्लड बैंक में 2024-25 में कुल 60025 यूनिट रक्तदान हुआ 53803 स्वैच्छिक रक्तदान एक साल में और 6187 रिप्लेसमेंट रक्तदान 70 फीसदी रक्त संग्रह शहर से 30 फीसदी ग्रामीण क्षेत्र से होता है। 11946 यूनिट रक्त जमशेदपुर ब्लड बैंक ने एक साल में एमजीएम और 3500 यूनिट सदर अस्पताल को दिया 180 से 200 यूनिट रक्त जरूतमंदों को औसतन रोज दिया जाता है
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।